शुगर में मखाना खा सकते हैं? – Sugar me Makhana Kha Sakte Hai

Reviewed By Dietitian Dt. SEEMA GOEL (Senior Dietitian, 25 Years of Experience) मार्च 2, 2024

मखाना यूरीले फॉक्स नामक पौधे से मिलता है, यह पौधा एशिया के पूर्वी हिस्सों में तालाबों में उगाया जाता है और मखाना बीज यूरीले फॉक्स की पत्ती पर उगते हैं। भारत में लोग विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ व्रत के व्यंजनों में भी मखाने का उपयोग करते हैं, इसके साथ-साथ लोग इसका उपयोग अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल सही रखने के लिए भी करते हैं और शुगर में मखाना भी काफी फायदेमंद है।

मखाना डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद और लोकप्रिय है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है और कैलोरी भी कम होती है। 50 ग्राम सूखे भुने हुए मखाने में लगभग 180 कैलोरी होती है। मखानों को भूनते समय चिकनाई या तेल का उपयोग न करें।

मखाना में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं इसलिए मखाना काफी लोकप्रिय स्नैक्स है। मखाना का जीआई मूल्य पास्ता, चावल, सफेद ब्रेड जैसी चीजों की तुलना में काफी कम होता है। मखाना में मैग्नीशियम ज्यादा और सोडियम की मात्रा कम होती है जिससे शुगर में मखाना बहुत फायदेमंद है।

मखाना क्या है?

मखाना कमल के बीज का सूखा हुआ रूप है,इसके उत्पादन में बहुत ज्यादा समय और मेहनत की जरूरत होती है। सबसे कठिन काम है इसके बीज का कलेक्शन करना, कलेक्शन के बाद मखाने के बीजों की धुलाई की जाती है और फिर उन्हें धूप में सुखाया जाता है, सूखने के बाद मखानों को तेज़ आंच पर सूखे तवे पर भूना जाता है। काले गोले को तोड़ने पर उसके अंदर से सफेद फूल निकलता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से केवल एक तिहाई अच्छे मखाने का उत्पादन किया जाता है। अब यह समझने की कोशिश करते हैं कि क्या शुगर में मखाना अच्छा है?

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मखाना का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशन वैल्यू)

मखाना जरूरी पोषक तत्वों का एक असाधारण सोर्स है और इस वजह से यह हेल्दी डाइट का एक अहम हिस्सा बन जाता है। इसमें प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जबकि फैट न के बराबर होता है। अब सवाल यह उठ सकता है, कि

मखाने में कितनी कैलोरी होती है?

100 ग्राम मखाना में लगभग 347 कैलोरी ऊर्जा मिलती है, इसमें 9.7 ग्राम प्रोटीन और 14.5 ग्राम फाइबर होता है, साथ ही साथ यह कैल्शियम का भी अच्छा सोर्स होता है। इसमें पोटेशियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम जैसे खनिज भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं।

मैग्नीशियम मेटाबॉलिज्म के लिए बहुत फायदेमंद है। मैग्नीशियम मांसपेशियों के काम, प्रोटीन के निर्माण और नर्वस सिस्टम के काम में सहायता करता है। मखाना में कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ कैल्शियम और आयरन जैसे अन्य खनिज भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। कैल्शियम हड्डियों को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है और सबसे अहम चीज कि मखाना ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है जो शुगर के मरीजों के लिए सब ज्यादा जरूरी है इसलिए शुगर में मखाना बहुत फायदेमंद है।

सारांश

मखाना का पोषण मूल्य बहुत अधिक है। मखाने में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं।

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मखाने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स

मखाना लो-जीआई वाले ग्रुप में आता है, मखाना का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 55 से कम है जो चावल, ब्रेड आदि जैसे चीजों से कम है। मखाना से ब्लड शुगर लेवल तेजी से नही बढता इस प्रकार मखाना खाने से शुगर होने की संभावना को कम किया जा सकता है और शुगर में मखाना बहुत फायदेमंद है।

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शुगर के लिए मखाना

शुगर में इंसुलिन या तो अनुपस्थित हो जाता है या रेजिस्टेंट (प्रतिरोधी) हो जाता है। टाइप 2 डायबिटीज तब होता है जब इंसुलिन प्रतिरोधी हो जाता है। शुगर में सबसे कठिन काम होता है शुगर मैनेजमेंट जिसमे बैलेंस डाइट, फिजिकल एक्टिविटी और शुगर की दवाएं शामिल हैं लेकिन हम सबसे विश्वसनीय ऑनलाइन डायबिटीज से छुटकारा पाने वाले प्रोग्राम का सुझाव दे रहे हैं जहां हम केवल 6 महीनों में आपके शुगर को पूरी तरह से ठीक करने में आपकी मदद करेंगे।

शुगर डाइट में लो-जीआई वाली चीजें शामिल होती हैं, लोग किसी तरह से अपने सुबह के नाश्ते, दोपहर के भोजन या रात के खाने को मैनेज कर सकते हैं लेकिन एक बढ़िया नाश्ते का विकल्प नहीं चुन पाते हैं।

शुगर में मखाना एक बढ़िया स्नैक्स विकल्प है इसमें हाई-कार्ब्स, हाई-प्रोटीन और लो-कैलोरी पाया जाता है जो शुगर के लिए बहुत ही फायदेमंद है।

क्या मखाना शुगर के लिए अच्छा है?

कुछ अध्ययन भी इस बात का समर्थन करते हैं कि मखाना में फाइबर, प्रोटीन और कार्ब्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व ब्लड शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं इस कारण इंसुलिन स्पाइक्स और ग्लूकोज सहनशीलता (टॉलरेंस) को रोका जा सकता है।

शोध से यह भी पता चलता है कि मैग्नीशियम से शुगर के मरीजों को काफी मदद मिल सकती है। शुगर के मरीजों में हार्ट की समस्या होने का खतरा होता है जिसमें मैग्नीशियम काफी मदद कर सकता है और इस खतरे को कम कर सकता है। मखाना में सोडियम की मात्रा कम और मैग्नीशियम की मात्रा ज्यादा होती है जो वजन कंट्रोल में मदद करते हैं। अपने इन गुणों के कारण शुगर में मखाना बहुत फायदेमंद है।

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शुगर के मरीजों के लिए मखाना का साइड इफेक्ट

मखाना शुगर मैनेजमेंट में अपना एक अहम स्थान रखता है लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। इसका सबसे सामान्य साइड इफेक्ट है लो-ब्लड शुगर लेवल (हाइपोग्लाइसीमिया) है। मखाना के इस्तेमाल से ब्लड फ्लो में ग्लूकोज धीमी गति से रिलीज होता है जिस कारण ब्लड ग्लूकोज कम हो सकता है।

सारांश

जो लोग नियमित रूप से इंसुलिन ले रहे हैं और मखाना का भी सेवन कर रहे हैं ऐसे लोगों को परेशानी हो सकती है और उनके ब्लड शुगर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे लोगों को लो-ब्लड शुगर लेवल की समस्या हो सकती है।

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मखाने के फायदे और उपयोग- Makhane ke fayde aur nuksaan

मखाने के फायदे और उपयोग

मखाने के बहुत सारे फायदे हैं जो लोगों को आश्चर्यचकित कर सकते हैं। कुछ लाभ नीचे बताए गए हैं:

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

मखाने में कई एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो हानिकारक फ्री- रेडिकल्स को रोकने में मदद करते हैं और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं। मखाने में एपिकैटेचिन, गैलिक एसिड, क्लोरोजेनिक एसिड आदि जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।

अध्ययन से पता चलता है कि एंटीऑक्सीडेंट बहुत लाभदायक होते हैं ये टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट सूजन को भी कम करते हैं और यह गठिया, आईबीडी और सोरायसिस जैसी सूजन से जुड़ी समस्याओं में मदद कर सकते हैं।

सारांश

मखाना एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा सोर्स है जो सूजन और पुरानी बीमारियों से बचाने में सहायक होता है।

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ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है

अध्ययनों से पता चलता है कि मखाना ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करता है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि शुगर के चूहों को मखाना अर्क देने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद मिली है और साथ ही साथ इसने कई एंटीऑक्सीडेंट एंजाइमों को भी बढ़ाया है।

चूहों पर किए गए एक दूसरे अध्ययन में मखाना से शुगर के चूहों में इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल में सुधार देखा गया है। और भी पशुओं पर किए गए स्टडीज में इसी तरह रिजल्ट देखे गए हैं जो इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि मखाना बेहतर तरीके से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।

सारांश

कई अध्ययनों से पता चलता है कि मखाना ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है, इसलिए हम कह सकते हैं कि शुगर में मखाना बहुत फायदेमंद है।

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वजन घटाने के लिए मखाना का उपयोग

किसी व्यक्ति के डाइट में मखाना शामिल करने से प्रोटीन और फाइबर का अच्छा सोर्स प्राप्त होता है। प्रोटीन और फाइबर वजन मैनेजमेंट के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्व हैं। खासकर प्रोटीन भूख में सुधार करता है और अनावश्यक रूप से खाने से रोकने में मदद करता है।

क्या मखाना से वजन बढ़ता है?

फाइबर की वजह से आपके द्वारा किया गया भोजन आपको अनावश्यक रूप से खाने से रोकने में मदद करता है क्योंकि फाइबर धीरे-धीरे रिलीज होता है और भोजन को धीमी गति से पचने में सहायता करता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि ज्यादा मात्रा में फाइबर का सेवन पेट की चर्बी कम करने और वजन घटाने में मदद कर सकता है। और ज्यादा अध्ययन वजन मैनेजमेंट पर मखाना के प्रभाव का आकलन करने में मदद कर सकते हैं।

सारांश

मखाने में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है जो वजन घटाने में बहुत उपयोगी हैं।

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मखाना में शक्तिशाली एंटी-एजिंग गुण होते हैं

कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि मखाना में मजबूत एंटी-एजिंग गुण होते हैं। मखाना में आर्जिनिन, ग्लूटामाइन, मेथियोनीन, सिस्टीन जैसे कई अमीनो एसिड पाए जाते हैं जो अपने मजबूत एंटी-एजिंग गुणों के लिए जाने जाते हैं।

ग्लूटामाइन प्रोलाइन नाम के अमीनो एसिड के उत्पादन में मदद करता है। यह त्वचा को मुलायम बनाता है और त्वचा को हाईड्रेटेड रखने में मदद करता है। आर्जिनिन और मेथियोनीन किरेटिन के निर्माण में मदद करते हैं। इसके अलावा मखाने में कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं और उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

सारांश

मखाना में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है और इसमें कई अमीनो एसिड होते हैं। दोनों शक्तिशाली एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में काम करते हैं और त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाते हैं।

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हार्ट के मरीजों के लिए मखाना

मनुष्यों पर किए गए अध्ययन कम हैं लेकिन कुछ जानवरों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि मखाना हार्ट के लिए बहुत फायदेमंद है। एक पशु अध्ययन में पाया गया कि नॉन-अल्कोहल फैटी लीवर वाले चूहों को 4 सप्ताह तक मखाना देने से हाई-कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के हाई लेवल में काफी कमी आई, ये दोनों हार्ट से जुड़ी समस्याओं के लिए जिम्मेदार हैं।

एक दूसरे पशु अध्ययन में पाया गया कि मखाना से शुगर वाले चूहों में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल में भी सुधार हुआ है। एक और पशु अध्ययन में पाया गया कि मखाना हार्ट को नुकसान से बचाता है और फ्री-रेडिकल्स से बचने में मदद करता है, लेकिन यह जानने के लिए अभी और ज्यादा अध्ययन की जरूरत है कि मखाना मनुष्यों में हार्ट पर किस प्रकार से प्रभाव डालता है। इससे यह भी पता चल पाएगा की शुगर में मखाना और किस प्रकार से फायदेमंद हो सकता है।

सारांश

पशुओं पर किए गए कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि मखाना कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को कम कर सकता है, जो हार्ट के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

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शुगर में मखाना कैसे खाएं? Sugar mei makhana kaise khayein 

मखाना पहले दूसरे नट्स की तरह आसानी से और बड़े पैमाने पर उपलब्ध नहीं थे। लेकिन अब बाजार में कई दुकानों या ऑनलाइन स्टोर पर भी आसानी से मिल जाते हैं, इनका स्वाद हल्का होता है और कई प्रकार के व्यंजन बनने में इनका इस्तेमाल किया जाता है। मखाना को आप भून कर और इसमें कुछ मसाले जैसे काली मिर्च, अजवायन, समुद्री नमक, मिर्च या हल्दी पाउडर डाल कर इस्तेमाल कर सकते हैं।

मखाना का इस्तेमाल करी में किया जा सकता है यह एक बेहतरीन विकल्प है। आप खीर में कटा और भुना हुआ मखाना इस्तेमाल कर सकते हैं, शुगर में मखाना बहुत ही फायदेमंद और लोकप्रिय है।

सारांश

मखाना बाजार में दुकानों पर और ऑनलाइन सुविधा के साथ भी मिलता है, आप इन्हें भून सकते हैं और स्वदिष्ट नाश्ते के रूप में इसका उपयोग कर सकते हैं। मखाना का इस्तेमाल भोजन और डेजर्ट (मिठाइयों) के लिए भी किया जाता है, मखाना में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट और सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं। मखाना के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जैसे ये हार्ट के लिए फायदेमंद है, वजन मैनेजमेंट में मदद करता है, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

एक दिन में शुगर के मरीज द्वारा कितना मखाना खाना सुरक्षित है?

एक शुगर के मरीज द्वारा प्रतिदिन लगभग 30 ग्राम (2-3 मुट्ठी) मखाना लिया जा सकता है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है और किसी भी तरह के उतार-चढ़ाव से बचने में मदद करता है।

मखाना खाने का सही तरीका क्या है?

मखाना को आप घी में अच्छी तरह भून लें और फिर इसमें कुछ मसाले जैसे हरी मिर्च, लहसुन पाउडर, धनिया पाउडर, पुदीना की पत्तियां, करी पत्ता, हल्दी पाउडर आदि डाल सकते हैं। मखाना को और अधिक कुरकुरा बनाने के लिए इसमें काजू, बादाम या मूंगफली जैसे नट्स भी डाल सकते हैं।

क्या किडनी के मरीज मखाना खा सकते हैं?

किडनी का स्वस्थ्य रहना इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी डाइट में सोडियम की मात्रा कितनी कम है, आपका ब्लड प्रेशर कितना अच्छा है। मखाना इन सबमें आपकी मदद करता है और किडनी को स्वस्थ रखता है। मखाना किडनी फेलियर जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाने का काम करता है।

क्या रात के समय मखाना खाना सही है?

रात के समय मखाना खाने से कोई परेशानी नहीं होती है, भोजन के बाद या आधी रात में भी आप मखाना खा सकते हैं।

Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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