Last updated on अक्टूबर 21st, 2023
डायबिटीज से पीड़ित लोग एक तय सीमा के अंदर सभी प्रकार की चीजें खा सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिनसे पूरी तरह से दूरी बनाना जरूरी है। यह उनके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
खुद से यह जानना कठिन हो सकता है कि डायबिटीज में किन चीजों से परहेज करना चाहिए, लेकिन डाइट एक्सपर्ट की मदद से आप सही डायबिटिक डाइट चुन सकते हैं।
“डायबिटीज में किन चीजों को खाने और पीने से बचना चाहिए?” इस बारे में और ज्यादा जानने के लिए इस ब्लॉग को पढ़ें।
अनहेल्दी फैट, प्रोसेस्ड फूड और रिफाइंड कार्ब्स वाले भोजन से दूर रहना चाहिए। ऐसी चीजें खाने या पीने से बचें जो आपके ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाते हैं। इस तरह से परहेज करना आपको हेल्दी रखेगा। हाई-ब्लड शुगर या डायबिटीज से बचने की जानकारी के लिए इस ब्लॉग को पढ़ें।
आप खाने और पीने की जो चीजें लेते हैं, वह आपके ब्लड शुगर लेवल को डिसाइड करता है। कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाने और पीने की चीजें लेने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और यही डायबिटीज का कारण बनता है। इसलिए डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए जरूरी है कि वे अपने खाने और पीने की चीजें बहुत समझदारी से चुनें। उन्हें डायबिटीज में फायदा करने वाली चीजों को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए। इससे कार्बोहाइड्रेट की मात्रा सही रहेगी और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा। अपने डाइट में सुधार करने से डायबिटीज से काफी फायदा होगा।
अपने डाइट में बदलाव करने से पहले डाइट एक्सपर्ट से बातचीत करें।
अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए सावधानी से खाना जरूरी है। कुछ चीजें आपके ब्लड शुगर लेवल को बहुत ज्यादा बढ़ा सकते हैं, और पुरानी सूजन(क्रोनिक इन्फ्लेमेशन), दिल का दौरा(हार्ट अटैक), या किडनी की समस्या का कारण बन सकते हैं। इसलिए आपको अपने डाइट मैनेजमेंट पर ध्यान देने की जरूरत है।
कुछ खाने या पीने के समान जो एक डायबिटीज पीड़ित व्यक्ति के लिए अच्छे हैं, हो सकता है कि वे आपके लिए सही न हों। इसकी सही जानकारी के लिए आपको अपने डाइट एक्सपर्ट से बात करनी चाहिए। डाइट एक्सपर्ट आपकी जरूरत के हिसाब से आपके लिए एक फुल डाइट प्लान तैयार करेंगे।
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डायबिटिक डाइट चार्ट
डायबिटीज एक लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है जो व्यक्ति के ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का कारण बनता है। डायबिटीज के कुछ लक्षण जैसे वजन घटना, थकान, बार-बार पेशाब आना, धुंधली दृष्टि(ब्लर विजन) हैं। अपने डायबिटीज और इसके लक्षणों को कंट्रोल में रखने के लिए डायबिटिक डाइट को फॉलो करें। डायबिटिक डाइट में पत्तेदार सब्जियाँ, दालचीनी, नट्स, साबुत अनाज, हाई फाइबर फूड और कुछ फल शामिल होते हैं।

डायबिटीज में परहेज की जाने वाली 10 सबसे जरूरी चीजों की सूची
सारांश
ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने के लिए कई फूड आइटम्स जिम्मेदार होते हैं। इसलिए टाइप-2 या टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अपना भोजन सावधानी से चुनना चाहिए। उन्हें अपने खाने में ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जिनमें कम कार्बोहाइड्रेट और ज्यादा फाइबर हो। इस तरह के खाने से अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है। बेहतर डायबिटिक डाइट के लिए आप अपने डॉक्टर या डाइट एक्सपर्ट से सलाह ले सकते हैं।
यह जानना आसन है कि क्या खाना चाहिए लेकिन यह जानना थोड़ा मुश्किल है कि क्या नहीं खाना चाहिए। यही कारण है कि बहुत से लोग अपने डायबिटीज को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं। वे अच्छा खाते हैं लेकिन कभी-कभी ऐसी चीजें खा लेते हैं जिससे शुगर बढ़ जाती है।
यह जानना भी जरूरी है कि डायबिटीज का एकमात्र कारण शुगर(चीनी) नहीं है। बहुत ज्यादा कार्ब्स, कैलोरी, सोडियम और फैट भी अकंट्रोल ब्लड शुगर लेवल के कारण हैं।
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यहां 10 ऐसी चीजों की लिस्ट दी गई है जिनसे डायबिटीज पीड़ित लोगों को बचना चाहिए
1. ड्राई फ्रूट (सूखे मेवे)-
- फल विटामिन और मिनरल्स के सबसे अच्छे सोर्स हैं जो आपको हेल्दी रखते हैं। डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए आपको लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कुछ फल खाने चाहिए। लेकिन कुछ फलों के सुखने पर पानी खत्म हो जाता है और शुगर कंटेंट ज्यादा हो जाते हैं जिससे वे डायबिटीज में परहेज करने वाले फल बन जाते हैं। इन्हें खाने से ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा होता है।
2. ट्रांस-फैट-
- ट्रांस-फैट एक अनसैचुरेटेड फैट है जो नैचुरल (प्राकृतिक) और अननेचुरल (अप्राकृतिक) दोनों रूपों में आती है। प्राकृतिक रूप में, जानवरों और उनसे बनने वाले सभी प्रोडक्ट में ट्रांस-फैट होता है जो आपकी हेल्थ पर प्रभाव नहीं डालता है। अप्राकृतिक रूप में, वेजिटेबल ऑयल में ट्रांस-फैट होता है। इस प्रकार की फैट कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाती है जिससे हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा होता है। डायबिटीज वाले लोगों को ट्रांस-फैट से दूर रहना चाहिए।
3. हाई-कार्ब फूड-
- डायबिटीज में जिन चीजों को खाने से बचना चाहिए हाई-कार्ब फूड उनमें से एक हैं। यह आपके भोजन से प्राप्त कार्बोहाइड्रेट है जो ब्लड ग्लूकोज में टूट जाता है। हाई-कार्ब वाली चीजों को खाने से आपके ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है। ब्रेड, आलू, मफिन, केक, कुकीज़, पास्ता, बर्गर, चिप्स, चावल, मक्का, मीठा दही और फ्रेंच फ्राइज़ कुछ हाई कार्ब के सोर्स हैं। डॉक्टर और डाइट एक्सपर्ट हाई-ब्लड शुगर से बचने के लिए हाई-कार्ब की सलाह देते हैं।
4. प्रोसेस्ड फूड-
- इसमें अनहेल्दी फैट, शुगर और सोडियम होता है। इसको बनाए जाने के दौरान इसमें से ज्यादातर पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं, जिस कारण डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इससे दूर रहना चाहिए। इसमें फाइबर बिलकुल भी नहीं होता है। इस कारण ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। इसलिए डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों को प्रोसेस्ड फूड बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए।
5. रिफाइंड या व्हाइट शुगर-
- खाने की मीठी चीजें, स्वीट्स और डेजर्ट में चीनी और हाई-कार्ब्स होते हैं। ये आपकी डाइट में न्यूट्रिशन वैल्यू नहीं बढ़ाते बल्कि आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं। हाई-शुगर फूड्स में डोनट, कैंडी बार, चॉकलेट, डेसर्ट, फ्रूट फ्लेवर्ड दही आदि शामिल हैं। स्वीटनर के रूप में अपने खाने में रिफाइंड शुगर जोड़ने से सीधे आपके ब्लड शुगर लेवल पर प्रभाव पड़ता है। इस लिए स्वीटनर के रूप में हेल्दी शुगर का इस्तेमाल करें। रिफाइंड या व्हाइट शुगर से डायबिटीज पीड़ित लोगों को बचना चाहिए।
6. स्टार्च से भरपूर सब्जियाँ-
- डायबिटीज रोगियों को आलू, शकरकंद, चुकंदर आदि सब्जियों से परहेज करना चाहिए। ये फाइबर का अच्छा सोर्स हैं, लेकिन इनमें स्टार्च की मात्रा ज्यादा होती है। स्टार्च की ज्यादा मात्रा ऐसी सब्जियों को कार्बोहाइड्रेट और शुगर से भरपूर बनाती है। इन सब्जियों को खाने से हाई-ब्लड शुगर का खतरा बढ़ जाता है। इन सब्जियों को तेल में तलने से और ज्यादा कैलोरी बढ़ जाती है। जो डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकती है। इस तरह की सब्जियों से डायबिटिक लोगों को दूर रहना चाहिए।
7. हाई-प्रोटीन फूड-
- डायबिटीज पीड़ितों के लिए सब्जियों की ही तरह कुछ प्रोटीन फूड्स भी हैं जिनसे परहेज करने की जरूरत है। प्रोटीन एक जरूरी मैक्रोन्यूट्रिएंट है जिसकी हमारे शरीर को बहुत जरूरत होती है। शरीर को नई मांसपेशियों के बनने और उनकी मरम्मत(रिपेयर) के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है। डायबिटीज वाले लोगों के लिए लीन प्रोटीन और प्लांट-बेस्ड प्रोटीन हेल्दी हैं। लेकिन जानवरों से मिलने वाले प्रोटीन में अनसैचुरेटेड फैट होती है जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है। जानवरों से मिलने वाले हाई-प्रोटीन फूड जैसे चिकन, बीफ और पोर्क में कम फाइबर होता है, जिससे इन्हें डायबिटीज में खाने से बचना चाहिए।
8. डेयरी प्रोडक्ट-
- सभी डेयरी प्रोडक्ट में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन होते हैं जो आपको हेल्दी रखते हैं। लेकिन डेयरी प्रोडक्ट डायबिटीज कंट्रोल के लिए सही।भोजन नहीं हैं क्योंकि इनमें लैक्टोज़ नामक शुगर होती है। लैक्टोज लैक्टिक एसिड में बदल जाता है। आपके शरीर में लैक्टिक एसिड का हाई लेवल लैक्टिक एसिडोसिस के खतरे को बढ़ाता है। डायबिटीज वाले लोगों को हाई-फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट से बचना चाहिए। इससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
9. फ्रोजन फूड-
- फ्रोजन फूड काफी सुविधाजनक होते हैं लेकिन उनमें सोडियम और फैट की मात्रा ज्यादा होती है, जिस कारण यह डायबिटीज कंट्रोल के लिए सबसे अच्छा भोजन नहीं है। फ्रोजन फूड में प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है जो हाई-ब्लड शुगर लेवल वाले लोगों के लिए सही नही है। जब आप फ्रोजन फूड खरीदते हैं तो ध्यान रखें कि कम कैलोरी वाले फ्रोजन फूड को ही खरीदें। यदि आप चाहें तो उन सब्जियों और फलों को फ्रीज कर सकते हैं जिनमें अधिक एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होंगे क्योंकि फ्रोजन फूड में टाइप 2 डायबिटीज वाले फूड की सूची में सबसे ऊपर हैं जिनसे बचना चाहिए।
10. बेकरी प्रोडक्ट-
- टाइप 2 डायबिटीज वाले फूड आइटम्स से बचना चाहिए जिसमें बेकरी प्रोडक्ट भी शामिल हैं। रिफाइंड आटा(मैदा) सभी बेकरी प्रोडक्ट में इस्तेमाल किया जाता है। इनमें स्वीटनर के रूप में व्हाइट शुगर या मेपल सिरप होता है। बेकरी आइटम जैसे केक, पेस्ट्री, कुकीज़, बिस्कुट इत्यादि इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज का कारण बनते हैं। डायबिटिक लोगों के लिए बेकरी प्रोडक्ट के साइड इफेक्ट होते हैं।
इन सबके अलावा कुछ फल भी हैं जिनमे शुगर की मात्रा ज्यादा होती है इस कारण डायबिटिक लोगों को इनका इस्तेमाल कम करना चाहिए या बिलकुल ही नही करना चाहिए।
- तरबूज- तरबूज डायबिटीज में न खाए जाने वाले फलों की लिस्ट में पहला है। तरबूज में हाई जीआई होता है और इसमें बड़ी मात्रा में नैचुरल शुगर होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है।
- अनानास- अनानास हाई जीआई वाला एक और फल है, इसकी नैचुरल शुगर के कारण इसे डायबिटिक व्यक्तियों से दूर रखा जाना ही सबसे बेहतर विकल्प है।
- आम- आम स्वादिष्ट होते हैं लेकिन इनमें नैचुरल शुगर भी ज्यादा होता है। इसे ज्यादा खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है। यह भी डायबिटीज में न खाए जाने वाले फलों की सूची में शामिल है।
- अंगूर- अंगूर मीठे होते हैं और उनमें भी नैचुरल शुगर होती है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए डायबिटिक पीड़ितों को इससे दूर रहना चाहिए।
- चेरी- चेरी में कार्बोहाइड्रेट और शुगर बहुत ज्यादा होती है, इसलिए डायबिटिक व्यक्तियों को इन्हें जितना कम हो सके उतना कम खाना चाहिए।
- केला- केला, पोटेशियम और फाइबर से भरपूर होने के साथ-साथ नैचुरल शुगर से भी भरपूर होते हैं। यदि आप इन्हें अपने डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो मात्रा काफी कम रखें।
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डायबिटीज होने पर किस तरह की ड्रिंक(पेय पदार्थ) से बचें?
सारांश
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए साफ फलों का जूस ठीक है, लेकिन काफी कम मात्रा में। सभी फलों में कार्बोहाइड्रेट के साथ भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। जब फलों का जूस निकाला जाता है तो उनका फाइबर अलग हो जाता है। इसलिए फलों के रस में केवल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं।
डायबिटिक पीड़ित को पैक्ड फलों के जूस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उनमें आर्टिफिशियल स्वीटनर और प्रिजर्वेटिव होते हैं जो डायबिटीज को बढ़ाते हैं।
जब ड्रिंक्स(पेय पदार्थों) की बात आती है, तो डायबिटीज वाले लोगों को पूरी जानकारी और समझदारी से इनका इस्तेमाल करना चाहिए। फ्लेवर्ड वाटर(सुगंधित पानी) आपके ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का कारण बन सकता है। इसलिए अपने लिए ड्रिंक(पेय) चुनते समय सावधान रहने की जरूरत है।
यहां उन पेय पदार्थों की लिस्ट दी गई है जिनसे डायबिटीज वाले लोगों को बचना चाहिए-
रेगुलर या डाइट सोडा-
- रेगुलर सोडा और डाइट सोडा ड्रिंक में शुगर, आर्टिफिशियल स्वीटनर, फ्लेवरिंग एजेंट और प्रिजर्वेटिव होते हैं। इनमें कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी भी ज्यादा होती है। इसलिए ऐसी चीज का सेवन करने से आपके ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। एक गिलास सोडा पीने के 10 मिनट के भीतर लगभग दस चम्मच चीनी आपके सिस्टम में घुल जाती है। डायबिटीज और उससे जुड़ी परेशानियों को रोकने के लिए रेगुलर या डाइट सोडा के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
एनर्जी ड्रिंक-
- बाजार में कई ब्रांड के एनर्जी ड्रिंक उपलब्ध हैं जो आपको तुरंत एनर्जी देने का दावा करते हैं। एनर्जी ड्रिंक में कैफीन और कार्बोहाइड्रेट बहुत ज्यादा मात्रा में होते हैं। वे आपके ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाते हैं और आपके शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण बनते हैं। यह टाइप-2 डायबिटीज का कारण भी बनता है। इसलिए अगर आपको डायबिटीज है तो एनर्जी ड्रिंक से परहेज करने की जरूरत है।
फलों का जूस-
- डायबिटीज वाले लोगों को कम मात्रा में फलों के जूस का इस्तेमाल करना ठीक है। सभी फलों में कार्बोहाइड्रेट के साथ भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। जब फलों का जूस निकाला जाता है तो उनका फाइबर अलग हो जाता है। इसलिए फलों के रस में केवल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं।
- डायबिटिक पीड़ित को पैक्ड फलों के जूस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उनमें आर्टिफिशियल स्वीटनर और प्रिजर्वेटिव होते हैं जो डायबिटीज को बढ़ाते हैं।
एल्कोहल ड्रिंक-
- शराब या किसी भी एल्कोहल ड्रिंक का इस्तेमाल डायबिटिक लोगों में नर्व डैमेज(तंत्रिका क्षति) का कारण बन सकता है। शराब पीने के कुछ घंटों के भीतर शराब आपके ब्लड शुगर के लेवल को कम कर सकती है। डायबिटीज टाइप-2 वाले लोग जो इंसुलिन या डायबिटीज की दवाएँ ले रहे हैं उन्हें इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसकी वजह से हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है।
स्पोर्ट्स ड्रिंक-
- स्पोर्ट्स ड्रिंक मे शुगर ज्यादा होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। भारत में स्पोर्ट्स ड्रिंक में गेटोरेड, पॉवरडे और इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक शामिल हैं। इनमें इस्तेमाल की जाने वाली एडेड शुगर ब्लड शुगर कंट्रोल को खराब कर सकती है और डायबिटिक लोगों लिए खतरा पैदा कर सकती है।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए हर दिन कितना कार्ब्स लेना चाहिए?
डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के लिए ब्लड शुगर लेवल को स्टेबल बनाए रखने के लिए कार्बोहाइड्रेट के इस्तेमाल को सावधानी से मैनेज किया जाना चाहिए। शरीर के लिए कार्बोहाइड्रेट की जरूरत उम्र, एक्टिविटी लेवल और पर्सनल हेल्थ जैसे फैक्टर्स के आधार पर अलग हो सकती हैं।
डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों, महिलाओं और बुज़ुर्गों के लिए कुछ सामान्य गाइडेंस-
पुरुष(मैन)-
डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों को उनकी हाई कैलोरी जरूरतों के कारण महिलाओं की तुलना में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है। डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों के लिए बैलेंस्ड डाइट में हर बार के भोजन में लगभग 45-60 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और हर नाश्ता में 15-30 ग्राम कार्बोहाइड्रेट शामिल हो सकता है।
पुरुषों के लिए कुल एक दिन का कार्बोहाइड्रेट सेवन 180 से 270 ग्राम तक हो सकता है।
औरत(वूमेन)-
डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को पुरुषों से कम कैलोरी की जरूरत होती है। एक सामान्य कार्बोहाइड्रेट का सेवन हर बार के भोजन में 30-45 ग्राम और हर बार का नाश्ता 15-30 ग्राम तक हो सकता है।
महिलाओं के लिए कुल एक दिन का कार्बोहाइड्रेट सेवन 120 से 180 ग्राम के बीच हो सकता है।
बुजुर्ग लोग(सीनियर सिटीजन)–
डायबिटीज से पीड़ित बुजुर्ग व्यक्तियों में उम्र की वजह से मेटाबॉलिज्म में दिक्कत हो सकती है और कार्बोहाइड्रेट सेंसटिविटी कम हो सकती है। उन्हें महिलाओं के समान मात्रा की जरूरत हो सकती है।
हर बार के भोजन में 30-45 ग्राम और हर बार के नाश्ता में 15-30 ग्राम तक।
डायबिटीज से पीड़ित बुजुर्ग लोगों के लिए कुल एक दिन का कार्बोहाइड्रेट सेवन महिलाओं के बराबर होता है- 120 से 180 ग्राम तक।
डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए अपनी विशिष्ट कार्बोहाइड्रेट जरूरतओं को निर्धारित करने के लिए एक पंजीकृत डाइट विशेषज्ञ या स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के साथ काम करना जरूरी है।
ब्रीद वेल बीइंग में आपको बेस्ट डायबिटीज एक्सपर्ट और हेल्थ कोच मिलते हैं जो आपकी कार्ब्स, प्रोटीन और दूसरी जरूरी चीजों को ध्यान में रखकर डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए एक प्रभावी डाइट प्लान तैयार करते हैं।
इसके अलावा ब्लड शुगर लेवल की रेगुलर मॉनिटरिंग के साथ-साथ लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कांप्लेक्स कार्बोहाइड्रेट से बेहतर डायबिटीज मैनेजमेंट में योगदान मिल सकता है।
और पढ़े : डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फलो का जूस।
निष्कर्ष
ब्लड शुगर लेवल को स्टेबल बनाए रखने और दिक्कतों को रोकने के लिए बैलेंस डाइट बहुत ही जरूरी है।
खाने और पीने के लिए सही चीज का चुनाव करना काफी कठिन और चैलेंजिंग खासकर जब बात आती है कि क्या नहीं खाना चाहिए।
डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के लिए ड्राई फ्रूट, ट्रांस-फैट, हाई-कार्ब फूड, प्रोसेस्ड फूड, रिफाइंड शुगर, स्टार्च बी
से भरपूर सब्जियां, हाई-प्रोटीन वाले एनिमल प्रोडक्ट, हाई-फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट, फ्रोजन फूड और बेकरी प्रोडक्ट से परहेज करना जरूरी है। ये वस्तुएं ब्लड शुगर को बढ़ा सकती हैं।
ब्लड शुगर को स्टेबल बनाए रखने के लिए रेगुलर या डाइट सोडा, एनर्जी ड्रिंक, फलों के जूस, एल्कोहलिक ड्रिंक और स्पोर्ट ड्रिंक से बचना चाहिए। ऐसे कुछ फल भी हैं जिनसे डायबिटीज में परहेज किया जाना चाहिए क्योंकि उनमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है।
रोज के लिए तय किए गए कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल जेंडर (लिंग) और एज (उम्र) के आधार पर अलग होता है।
पुरुषों(मैन)को महिलाओं(वूमेन) से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है, और बुजुर्ग व्यक्तियों(सीनियर सिटीजन) को महिलाओं के ही समान मात्रा की जरूरत होती है।
लेकिन ये एक जर्नल गाइडलाइन हैं, व्यक्तिगत जरूरतों के हिसाब से योजना बनाने के लिए हेल्थ केयर एक्सपर्ट या डाइट स्पेशलिस्ट के साथ मिलकर काम करना जरूरी है।
प्रोफेशनल गाइडेंस के साथ सावधानीपूर्वक खाने और पीने की चीजों का चुनाव, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को उनकी स्थिति पर कंट्रोल रखने और हेल्दी लाइफ जीने में मदद कर सकता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-
क्या हाई प्रोटीन डाइट डायबिटीज के लिए अच्छा है?
डायबिटीज से पीड़ित लोग जिन्हें किडनी की कोई समस्या नहीं है, वे कार्बोहाइड्रेट लेने के बजाय प्रोटीन खा सकते हैं। प्रोटीन से भरपूर भोजन पेट भरे होने का अहसास कराता है, और आपके ब्लड शुगर के लेवल को नहीं बढ़ाता है। लेकिन लो-ब्लड शुगर लेवल होने पर ज्यादा प्रोटीन लेना अच्छा नहीं है यह आपके ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाता है। शुगर पीड़ित व्यक्ति अपने डायबिटीज को मैनेज करने के लिए हाई प्रोटीन वाले भोजन से बचें।
क्या डायबिटीज वाले लोगों को लो-कार्ब डाइट लेना चाहिए?
यह आपके भोजन से मिलने वाली कार्बोहाइड्रेट है जो ग्लूकोज में टूट जाता है। बहुत अधिक कार्बोहाइड्रेट खाने से आपके ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है। इसलिए लो-कार्ब वाला डाइट डायबिटीज वाले लोगों के लिए सही है। एक डाइट एक्सपर्ट की मदद से आप अपने भोजन में कार्बोहाइड्रेट काउंट करना सीख सकते हैं। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को हाई-फाइबर और लो-फैट वाले खाने की जरूरत होती है।
क्या मैं कार्बोहाइड्रेट कंट्रोल करके या हेल्दी भोजन करके टाइप 2 डायबिटीज से छुटकारा पा सकता हूँ?
नहीं, टाइप 2 डायबिटीज को केवल कार्ब्स कंट्रोल करने से रोका नहीं जा सकता है। लेकिन डाइट प्लान और हेल्दी भोजन से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं। अपने डाइट में कार्बोहाइड्रेट कंट्रोल करने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलने बंद हो सकते हैं। यह आपको बीमार और कमजोर बना सकता है। इसलिए आपको ब्लड शुगर लेवल मैनेज करने के लिए कार्बोहाइड्रेट को कंट्रोल करने और हेल्दी भोजन करने की जरूरत है।
क्या डायबिटीज से पीड़ित लोग मीठा खाने की जगह फल खा सकते हैं?
डायबिटीज से पीड़ित बहुत से लोग जिन्हे मीठा खाने के आदत है वे मीठा खाने की जगह फल खा सकते हैं । फलों में भी कार्ब्स होते हैं लेकिन वे हेल्दी कार्ब्स का सोर्स होते हैं। फलों में फ्रक्टोज पाई जाती है जो ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाती है। इसलिए डायबिटीज में फल खाना आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है। लेकिन शुगर स्पाइक्स को रोकने के लिए लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल खाने चाहिए ।
क्या मैं टाइप 2 डायबिटीज को केवल मैनेजमेंट से कंट्रोल कर सकता हूँ?
डाइट मैनेजमेंट डायबिटीज कंट्रोल का एक जरूरी हिस्सा है। शुरुआत में आप अपने ब्लड शुगर लेवल में कमी देख सकते हैं। लंबे समय तक डाइट पर कंट्रोल रखने के लिए बहुत डेडीकेशन की जरूरत होती है। अपने शरीर को डाइट मैनेजमेंट पर बहुत आराम से स्विच करने की जरूरत है। इससे आपको लॉन्ग-टर्म में रिजल्ट मिलेगा। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज और डायबिटीज की दवाएँ भी जरूरी हैं।
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