40-45 साल की उम्र में शुगर कितना होना चाहिए? – जानिए 40 साल की उम्र में शुगर कैसे कण्ट्रोल करें

उम्र बढ़ने के साथ शरीर का ख्याल रखना और उसमें होने वाले बदलावों को समझना ज़रूरी हो जाता है। 40 की उम्र से ही लोग अपनी सेहत पर ज्यादा ध्यान देने लगते हैं, और इसमें खासतौर पर ब्लड शुगर लेवल का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है। इस उम्र में सही शुगर लेवल क्या होना चाहिए, ये जानना इसलिए भी ज़रूरी है कि इससे आप डायबिटीज और दूसरी बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि 40 साल की उम्र में शुगर लेवल कितना होना चाहिए, इसे क्या चीज़ें प्रभावित करती हैं और उसे सही रखने के लिए क्या करना चाहिए।

शुगर लेवल क्या होता है?

ब्लड में मौजूद ग्लूकोज़ की मात्रा को ही ब्लड में शुगर लेवल या ब्लड शुगर लेवल कहते हैं। ग्लूकोज़ हमारे शरीर की कोशिकाओं को ऊर्जा देने का मुख्य ज़रिया होता है, और हमें ये ऊर्जा खाने से, खासकर के कार्बोहाइड्रेट से मिलती है। अग्न्याशय (pancreas) से बनने वाला इंसुलिन नाम का हॉर्मोन ब्लड में शुगर लेवल को संतुलित रखता है। ये कोशिकाओं को ग्लूकोज़ इस्तेमाल करने या उसे बाद में इस्तेमाल करने के लिए स्टोर करने में मदद करता है।

और पढ़े: डायबिटीज न्यूरोपैथी- शुगर के कारण होने वाली एक गंभीर समस्या

40 साल की उम्र में कितना होना चाहिए शुगर लेवल?

40 साल की उम्र में खाली पेट (फास्टिंग) और खाना खाने के बाद (पोस्टप्रेंडियल) शुगर लेवल का सही होना आपकी सेहत की हालत बताता है। अमेरिकन डायबिटीज़ एसोसिएशन (ADA) के मुताबिक, सही शुगर लेवल इस प्रकार होना चाहिए:

  • खाली पेट (Fasting Blood Sugar– FBS): 70 से 100 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (mg/dL) के बीच होना अच्छा माना जाता है। अगर लगातार 100 mg/dL से ऊपर रहता है तो प्री-डायबिटीज़ या डायबिटीज़ की तरफ इशारा हो सकता है।
  • खाना खाने के 2 घंटे बाद (Postprandial Blood Sugar– PPBS): 140 mg/dL से कम होना चाहिए। इससे ज्यादा होने पर ग्लूकोज़ को सही से इस्तेमाल न कर पाने की समस्या हो सकती है, जिससे डायबिटीज़ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

अब समझते हैं कि 40 साल की उम्र में शुगर लेवल को सही रखना क्यों ज़रूरी है और उसका लेवल कैसा होना चाहिए? साथ ही इसे कंट्रोल रखने के लिए क्या किया जा सकता है?

और पढ़े: पेशाब में शुगर के लक्षण

40 साल की उम्र में शुगर लेवल कंट्रोल रखना क्यों जरूरी है?

40 साल की उम्र में शुगर लेवल कंट्रोल रखना क्यों जरूरी है?

40 की उम्र के बाद शुगर लेवल कंट्रोल में रखना बहुत ज़रूरी है। ये ना सिर्फ शुगर की बीमारी को दूर रखने में मदद करता है, बल्कि कई और फायदे भी देता है:

शुगर की बीमारी से बचाव

उम्र बढ़ने के साथ शुगर की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन अगर आप अपना शुगर लेवल कंट्रोल में रखते हैं, तो इस बीमारी से बचाव कर सकते हैं या इसे देर से शुरू होने में मदद मिलती है।

गंभीर बीमारियों से बचाव

ज्यादा शुगर लेवल से दिल की बीमारी, लकवा, किडनी खराब होना, नसों में तकलीफ, आंखों की समस्याएं और पैरों में दिक्कतें हो सकती हैं। लेकिन शुगर कंट्रोल में रहने से इन बीमारियों का खतरा कम होता है और आप पूरी तरह से स्वस्थ रहते हैं।

अच्छी ज़िंदगी

शुगर कंट्रोल ना रहने पर आपको थकान, बार-बार पेशाब आना, ज्यादा प्यास लगना, धुंधला दिखना और घाव देर से भरना जैसी परेशानियां हो सकती हैं। अपना शुगर लेवल कंट्रोल करके आप इन परेशानियों को कम कर सकते हैं और ज़्यादा बेहतर ज़िंदगी जी सकते हैं।

दूसरी बीमारियों से बचाव

ज़्यादा शुगर लेवल से हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल की समस्या और मोटापा भी हो सकता है। लेकिन शुगर कंट्रोल में रखने से इन बीमारियों का खतरा कम होता है।

कम खर्च

शुगर की बीमारी का इलाज और उसकी परेशानियों को ठीक करना काफी महंगा हो सकता है। लेकिन शुगर कंट्रोल में रहने से आप इन खर्चों से बच सकते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति को ठीक रख सकते हैं।

लंबी उम्र

शुगर लेवल कंट्रोल में रखने से आप लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी जी सकते हैं। इससे आप बुढ़ापे में भी बीमारियों से बचे रहेंगे और ज़्यादा बेहतर ज़िंदगी जी पाएंगे।

याद रखें, 40 की उम्र के बाद शुगर कंट्रोल में रखना आपके हाथ में है। थोड़े से बदलाव करके आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं और लंबी, खुशहाल ज़िंदगी जी सकते हैं।

और पढ़े: यूरिन में शुगर कितना होना चाहिए और घरेलु इलाज

40 साल की उम्र में शुगर लेवल को क्या-क्या प्रभावित करता है?

40 साल की उम्र में शुगर लेवल को क्या-क्या प्रभावित करता है?

40 साल की उम्र में आपका शुगर लेवल कई चीजों से प्रभावित होता है, चलिए इन्हें आसान शब्दों में समझते हैं:

  1. खाना-पीना: अगर आप बहुत मीठा खाते हैं, पैकेटबंद चीजें खाते हैं या मैदे से बनी चीजें ज्यादा खाते हैं, तो इससे आपका शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसके बजाय, सब्जियां, फल, साबुत अनाज और कम चर्बी वाला मांस ज्यादा खाएं। ये आपके शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद करेंगे।
  2. एक्सरसाइज़: नियमित एक्सरसाइज़ आपके शरीर को शुगर को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने में मदद करता है। इससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तेज चलना, तैरना या साइकिल चलाना काफी फायदेमंद होता है।
  3. वजन: ज़्यादा वजन होने से भी आपका शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए अपना वजन कंट्रोल में रखने की कोशिश करें। हेल्दी खाना खाएं और एक्सरसाइज़ करें, इससे आपको अपना वजन सही रखने में मदद मिलेगी।
  4. परिवार का मेडिकल इतिहास: अगर आपके परिवार में किसी को शुगर की बीमारी है, तो आपको भी खतरा ज़्यादा होता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आपको शुगर ज़रूर होगी। हेल्दी रहकर आप इस खतरे को कम कर सकते हैं।
  5. तनाव: ज़्यादा तनाव लेने से भी आपका शुगर बढ़ सकता है। ध्यान लगाना, गहरी सांस लेना और योग करना तनाव कम करने में मदद कर सकते हैं।
  6. नींद: अच्छी और पूरी नींद न लेने से भी शुगर लेवल बढ़ सकता है। रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद ज़रूर लें।
  7. दवाइयां: कुछ दवाइयां भी आपका शुगर लेवल बढ़ा सकती हैं। डॉक्टर से सलाह लेकर अपनी दवाइयों का इस्तेमाल करें।

ऐसे में 40 साल की उम्र में शुगर के खतरे को देखते हुए हेल्दी खाना, एक्सरसाइज़, तनाव कम करना और अच्छी नींद लेना आपके लिए बहुत ज़रूरी है।

और पढ़े: शुगर लेवल 400 mg/dL होने पर क्या करें?

40 साल की उम्र में शुगर को कंट्रोल में कैसे रखें? 

40 साल की उम्र में शुगर को कंट्रोल में कैसे रखें? 

40 साल की उम्र के बाद डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना बहुत ज़रूरी है। आप अपनवी लाइफ स्टाइल में कुछ आसान से बदलाव करके अपना शुगर लेवल कंट्रोल में रख सकते हैं:

खाने-पीने का ध्यान रखें

खूब सारी सब्जियां और फल खाएं। ये विटामिन, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो सेहत के लिए बहुत अच्छे हैं। चावल और मैदे की जगह ज्वार, बाजरा, रागी जैसी चीजें खाएं। ये पेट भरती हैं और शुगर लेवल को भी नहीं बढ़ातीं। जैतून का तेल, मछली, बादाम और अखरोट जैसी चीजों में हेल्दी फैट्स होते हैं। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करें। कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेटबंद जूस, मिठाई और तली हुई चीजें कम खाएं। ये शुगर लेवल बढ़ाती हैं।

रोजाना एक्सरसाइज करें

रोज़ाना कम से कम 30 मिनट से 1 घंटे तक एक्सरसाइज़ करें। तेज चलना, तैरना, साइकिल चलाना या योग करना अच्छा रहता है। हर घंटे बैठे रहने के बाद उठकर थोड़ा घूमें। सीढ़ियां चढ़ें और कम दूरी के लिए गाड़ी की जगह पैदल चलें।

वजन पर ध्यान दें

मोटापा शुगर लेवल बढ़ा सकता है। इसलिए, अपना वजन कंट्रोल में रखें। हेल्दी खाना खाएं और एक्सरसाइज करें।

बाकी आदतें बदलें

ज्यादा देर बैठे रहने से बचें। हर घंटे उठकर थोड़ा चलें-फिरें। तनाव कम करें। मेडिटेशन, योगा या गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज करें। हर रोज 7-8 घंटे की नींद लें। नींद की कमी से भी शुगर लेवल बढ़ सकता है।

तनाव कम करें

अगर आपको पहले से ही डायबिटीज है या शुगर लेवल बढ़ा हुआ है, तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें। वो आपको दवाइयां और बाकी ज़रूरी जानकारी देंगे।

पूरी नींद लें

रोज़ाना 7-9 घंटे की अच्छी नींद लें। नींद की कमी से हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है और शुगर लेवल बढ़ सकता है।

नियमित जांच कराएं

डॉक्टर की सलाह पर अपना शुगर लेवल चेक कराते रहें। इससे आप अपने शुगर लेवल पर नज़र रख सकते हैं। छोटे-मोटे बदलाव करके आप अपना शुगर लेवल काबू में रख सकते हैं।

डॉक्टर से मिलते रहें

नियमित रूप से डॉक्टर से मिलें और अपना चेकअप करवाएं। डॉक्टर आपकी सेहत का ध्यान रखेंगे और ज़रूरी सलाह देंगे।

40 साल की उम्र में शुगर लेवल को सही रखना आपकी सेहत के लिए बहुत ज़रूरी है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर  और डॉक्टर की सलाह लेकर आप अपना शुगर लेवल आसानी से कंट्रोल में रख सकते हैं और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों से बचाव कर सकते हैं।

और पढ़े: पुरुषों में शुगर के लक्षण

40 साल की उम्र में शुगर लेवल बढ़ जाए तो क्या करना चाहिए?

40 साल की उम्र में अगर आपका शुगर लेवल बढ़ गया है, तो परेशान न हों। इसे कंट्रोल में लाने के लिए कुछ आसान तरीके अपनाए जा सकते हैं:

  1. शुगर चेक करें: घर पर ही ब्लड शुगर लेवल मापने वाली मशीन (ग्लूकोमीटर) का इस्तेमाल करके नियमित रूप से अपना शुगर चेक करें। इससे आपको पता चलेगा कि आपका शुगर कहां है और कौन से तरीके कारगर साबित हो रहे हैं।
  2. खाना बदलें: मीठी चीजें, पैकेटबंद खाने और मैदे से बनी चीजें कम खाएं। इनके बजाय ताजी सब्जियां, फल, दालें, रोटी, और कम चर्बी वाला मांस खाएं। ये चीजें आपके शुगर को संतुलित रखने में मदद करेंगी।
  3. एक्सरसाइज़ करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज़ ज़रूर करें। इससे आपका शरीर शुगर को बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर पाएगा और आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा। तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना या कोई भी एक्सरसाइज़ जो आपको पसंद हो, वो करें।
  4. वजन कम करें: अगर आपका वजन ज्यादा है, तो उसे कम करने की कोशिश करें। ज़्यादा वजन भी शुगर बढ़ा सकता है। हेल्दी खाना खाएं और एक्सरसाइज़ करें, इससे आपका वजन कम होने में मदद मिलेगी।
  5. तनाव कम करें: ज़्यादा तनाव लेने से भी शुगर बढ़ सकता है। ध्यान लगाकर सांस लेना, योग करना या कोई भी चीज़ जो आपको तनाव कम करने में मदद करे, वो करें।
  6. अच्छी नींद लें: रोज़ाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद ज़रूरी है। अच्छी नींद न लेने से भी शुगर बढ़ सकता है।
  7. दवाइयां लें (डॉक्टर की सलाह से): अगर डॉक्टर आपको दवाइयां देते हैं, तो उन्हें नियमित रूप से लें।
  8. डॉक्टर को दिखाएं: नियमित रूप से अपने डॉक्टर से चेकअप कराएं। इससे आपका शुगर कंट्रोल में रहता है और डॉक्टर आपको सही सलाह दे पाएंगे।
  9. स्पेशलिस्ट की मदद लें: अगर आपका शुगर बहुत बढ़ गया है और खुद से कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है, तो किसी डायबिटीज़ स्पेशलिस्ट से मदद लें। वो आपको सही गाइडेंस दे पाएंगे।

समय पर कदम उठाकर आप अपना शुगर कंट्रोल में रख सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं। हेल्दी खाना, एक्सरसाइज़, तनाव कम करना और अच्छी नींद लेना बहुत ज़रूरी है।

और पढ़े: शुगर तुरंत कम करने के उपाय?

निष्कर्ष

40 साल की उम्र में अपने शरीर का शुगर लेवल बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। इससे आप स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रह पाएंगे। सही शुगर लेवल क्या होना चाहिए, किन चीज़ों से शुगर बढ़ता है और इसे कैसे कंट्रोल में रखा जा सकता है, ये सब हमने आपको बताया। अगर खाली पेट शुगर 80 से 130 mg/dL के बीच और खाना खाने के 2 घंटे बाद 140 mg/dL से कम है तो आपकी लाइफस्टाइल सही है। अगर ऐसा नहीं है तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही अपना इलाज करें। हमारे बताए तरीके अपनाकर आप अपना शुगर लेवल कंट्रोल में रख सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं। लेकिन हमेशा डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

और पढ़े: शुगर को जड़ से खत्म करने के लिए क्या खाना चाहिए

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

40 साल की उम्र में ब्लड शुगर अचानक बढ़ जाए तो क्या करें?

40 साल की उम्र में ब्लड शुगर अचानक बढ़ना चिंता का विषय है। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, खासकर यदि लेवल 400 mg/dL से अधिक है। डॉक्टर से मिलने तक आप खूब पानी पीएं। अपनी डाइट में बदलाव करें, शुगर और कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करें।  यदि आप पहले से व्यायाम नहीं करते हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें। वहीं तनाव ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी तकनीकों का उपयोग करें। सही समय पर ध्यान देने से शुगर कंट्रोल की जा सकती है और खतरे से बचा जा सकता है। लेकिन सबसे जरूरी है कि आप डायबिटीज होने से पहले ही अपनी सेहत का ध्यान रखें और डॉक्टर की सलाह लेते रहें।

40 साल की उम्र में ब्लड शुगर कंट्रोल न होने से क्या दिक्कतें हो सकती हैं?

40 साल की उम्र में बार-बार पेशाब आना, ज्यादा प्यास लगना, धुंधला दिखना, थकान, या वजन बिना वजह कम होना जैसे लक्षण होने पर डॉक्टर को दिखाएं। इन लक्षणों का मतलब डायबिटीज भी हो सकती है। ऐसे में दिल की बीमारी, किडनी खराब होना, नसों में तकलीफ, आंखों की समस्याएं, पैरों में दिक्कत, और इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए शुगर कंट्रोल करना बहुत ज़रूरी है।

40 साल में डायबिटीज़ का खतरा कम करने के लिए क्या करें?

डायबिटीज के कई कारण होते हैं, जैसे कि खानदान में शुगर की बीमारी, गलत खानपान, कम एक्सरसाइज़, मोटापा, तनाव, और दूसरी बीमारियां। ऐसे में इसे कंट्रोल रखने के लिए वजन सही रखें, हेल्दी खाएं, एक्सरसाइज़ करें, तनाव कम करें, डॉक्टर से नियमित चेकअप कराएं, और सिगरेट न पिएं। इन सबके बावजूद परिवार में डायबिटीज़ होने से खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में हेल्दी रहना और डॉक्टर से सलाह लेना बहुत ज़रूरी है।

40 साल में कितनी बार ब्लड शुगर चेक करना चाहिए?

जवाब: यह आपकी सेहत और जोखिम पर निर्भर करता है। डॉक्टर की सलाह से पता लगेगा कि कितनी बार चेक करना है। बाकी सावधानी के लिए हमें हेल्दी खाना (सब्जियां, फल, दालें, रोटी), रोजाना एक्सरसाइज़ (30 मिनट चलना, दौड़ना), वजन कम करना (डॉक्टर की सलाह से), तनाव कम करना (योगा, ध्यान), अच्छी नींद (7-8 घंटे), सिगरेट और ज्यादा शराब न पीना जैसे आदतों पर ध्यान देना चाहिए।

40 साल की उम्र में सामान्य ब्लड शुगर कितना होना चाहिए?

आम तौर पर, खाली पेट 70-100 mg/dL ब्लड शुगर सामान्य माना जाता है। पर ये हर किसी के लिए अलग हो सकता है। इसलिए सही जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें। इसके साथ ही डायबिटीज कंट्रोल करना जरूरी है। इसके लिए सही लाइफस्टाइल के अलावा डॉक्टर से बात करें, डायबिटीज़ से जुड़े कार्यक्रमों में जाएं, सही जानकारी वाली किताबें पढ़ें, और नई खोजों के बारे में अपडेट रहें।

Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

Disclaimer

This site provides educational content; however, it is not a substitute for professional medical guidance. Readers should consult their healthcare professional for personalised guidance. We work hard to provide accurate and helpful information. Your well-being is important to us, and we value your feedback. To learn more, visit our editorial policy page for details on our content guidelines and the content creation process.

Leave a Reply

फ्री डायबिटीज डाइट प्लान डाउनलोड करें