क्या शुगर में मुनक्का खा सकते हैं? – Munakka for Sugar Patient in Hindi

Reviewed By Dietitian Dt. SEEMA GOEL (Senior Dietitian, 25 Years of Experience) जनवरी 18, 2024

डायबिटीज (शुगर या मधुमेह) की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। लाइफस्टाइल और खान-पान से जुड़ी ये बीमारी हर उम्र के लोगों को हो रही है। डायबिटीज के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि इसका कोई परमानेंट इलाज नहीं है, इसे बस कंट्रोल में रखा जा सकता है। अब चूंकि ये खान-पान से जुड़ी हुई बीमारी भी है,  इसीलिए शुगर के मरीज हमेशा परेशान रहते हैं कि क्या खाएं क्या न खाएं। आज हम आपको शुगर में फायदा पहुंचाने वाली एक मेवा के बारे में बताएगे, मुनक्का। शुगर में मुनक्का खा सकते हैं, साथ ही शुगर नहीं होने पर केवल सावधानी के लिए भी इसे खाया जा सकता है। सबसे पहले मुनक्का क्या है इसे थोड़ा जान लेते हैं।

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मुनक्का क्या होता है? – Munakka Kya Hota Hai

मुनक्का को बड़ी किशमिश या सूखा अंगूर भी कहा जाता है। यह एक प्रकार की सूखा मेवा है जो बड़े और काले अंगूरों से बनता है। ये अंगूर आमतौर पर सूरज की धूप में या किसी मशीन की मदद से सुखाए जाते हैं, जिससे इसमें झुर्रियां पड़ जाती हैं। मुनक्का ताजे अंगूरों से अलग होती है, क्योंकि सुखाने की प्रक्रिया में इसमें नेचुरल शुगर की मात्रा और स्वाद बढ़ जाता है। “मुनक्का” नाम हिंदी भाषा से आया है।

सूखे अंगूर या मुनक्का खाने का इतिहास काफी पुराना रहा है। मुनक्का का मुख्य स्रोत अंगूर, दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में हजारों सालों से उगाया जाता रहा है, जिनमें मध्य पूर्व, यूरोप और एशिया शामिल हैं। पुराने ज़माने में, अंगूर का सीजन खत्म होने के बाद भी इसे खाया जा सके, इसीलिए सुखाकर रखा जाता था। इसके साथ ही मुनक्का कई संस्कृतियों की परंपराओं का हिस्सा भी है। पोषक तत्वों से भरपूर, नेचुरल शुगर और अच्छे स्वाद के चलते इसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों, मिठाइयों और स्नैक्स में किया जाता है। मुनक्का का इस्तेमाल पारंपरिक रूप से आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता रहा है। इसके स्वास्थ्य फायदों के चलते इसे लोग सीधे भी खाते हैं।

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शुगर में मुनक्का के फायदे – Munakka Benefits for Diabetes in Hindi

शुगर में मुनक्का के फायदे - Munakka Benefits for Diabetes in Hindi

मुनक्का का स्वास्थ्य लाभों के लिए काफी इस्तेमाल किया जाता है। मुनक्का डायबिटीज मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है। लेकिन इसमें नेचुरल शुगर होने के चलते ये डायबिटीज बढ़ा सकता है, ऐसे में शुगर में मुनक्का खा सकते हैं या नहीं, ये जानने के लिए इसमें मौजूद पोषक तत्वों को जान लेते हैं-

  1. एंटीऑक्सीडेंट का भंडार
  2. हार्ट मरीजों को फायदा
  3. ब्लड शुगर कंट्रोल
  4. आयरन का खजाना
  5. पाचन सुधारता है
  6. हड्डियों की मजबूती
  7. वजन कम करने में मदद
  8. सांस की समस्याओं में राहत

भले ही मुनक्का में कई संभावित स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन हर किसी पर इसका असर अलग-अलग हो सकता है। इसीलिए इसमें मौजूद औषधीय गुणों को विस्तार से जानना जरूरी है, अगर इनमें से कोई समस्या है तभी आप मुनक्का को अपनी डाइट में शामिल करें लेकिन डॉक्टर की सलाह फिर भी ले लें।

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1) एंटीऑक्सीडेंट का भंडार:

मुनक्का एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत है, जिनमें पॉलीफेनोल और फ्लेवोनॉयड्स शामिल हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस तरह से मुनक्का आपके पूरे स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है और कुछ गंभीर बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकता है। ये डायबिटीज मरीजों को भी फायदा पहुंचाता है।

2)  हार्ट मरीजों को फायदा:

मुनक्का में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर दिल की सेहत के लिए भी अच्छे हैं। कुछ स्टडी से पता चलता है कि नियमित रूप से किशमिश खाने से ब्लड प्रेशर कम होता है और कुछ हृदय रोगों का खतरा भी कम हो सकता है। डायबिटीज में हार्ट की समस्या का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में ये इस खतरे को कम कर सकता है।

3) ब्लड शुगर कंट्रोल:

हालांकि मुनक्का में नेचुरल शुगर होती है, लेकिन इसमें फाइबर भी होता है। कुछ स्टडी से पता चलता है कि मुनक्का कम मात्रा में खाने से ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर पर थोड़ा कम प्रभाव पड़ता है, जिससे ये डायबिटीज वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

4) आयरन का खजाना:

मुनक्का आयरन का एक अच्छा स्रोत है, जो हीमोग्लोबिन को बनाने और आयरन की कमी वाले एनीमिया को रोकने में मदद करता है। इसलिए आयरन की कमी वाले लोगों के लिए अपनी डाइट में मुनक्का को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। इससे डायबिटीज के मरीज को आयरन की कमी नहीं होती।

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5) पाचन सुधारता है:

मुनक्का में मौजूद फाइबर पाचन सुधारते हैं और कब्ज को रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा, मुनक्का में मौजूद कुछ तत्व प्रीबायोटिक्स का काम करते हैं, जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही डायबिटीज मरीजों में पाचन को सुधारता है।

6) हड्डियों की मजबूती:

डायबिटीज मरीजों की हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में मुनक्का में कैल्शियम और बोरॉन जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो मजबूत और स्वस्थ हड्डियों के लिए जरूरी हैं। ये खनिज ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों को रोकने में मदद कर सकते हैं।

7) वजन कम करने में मदद:

मुनक्का में मौजूद फाइबर आपको पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। इसलिए सही डाइट के साथ थोड़ी मात्रा में मुनक्का का सेवन एक अच्छा स्नैक विकल्प हो सकता है। वजन बढ़ना भी शुगर मरीजों के लिए नुकसानदेह होता है।

8) सांस की समस्याओं में राहत:

कुछ पारंपरिक तरीकों में मुनक्का का इस्तेमाल सांस की समस्याओं के लिए भी किया जाता है। इसे आयुर्वेदिक उपचारों में गले की खराश को कम करने और सांस के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। डायबिटीज के कई मरीजों में सांस से जुड़ी समस्याएं भी हो जाती हैं, इसीलिए मुनक्का उनके लिए भी फायदेमंद है।

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शुगर में मुनक्का खाते हुए किन बातों का ध्यान रखें?- Sugar me Munakka kaise khaye

शुगर में मुनक्का खाते हुए किन बातों का ध्यान रखें?- Sugar me Munakka kaise khaye

 

मुनक्का स्वाद के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद जरूर है, लेकिन इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो डायबिटीज मरीजों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि इसे खाते हुए कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाए-

1) नेचुरल शुगर:

मुनक्का में नेचुरल शुगर होती है, ये मुख्य रूप से ग्लूकोज और फ्रुक्टोज के रूप में होती है। हालांकि ये शुगर फाइबर और अन्य पोषक तत्वों के साथ होती है। मुनक्का खाते हुए शुगर के मरीजों को अपने कार्बोहाइड्रेट टेक पर भी ध्यान देना चाहिए।

2) ग्लाइसेमिक इंडेक्स:

मुनक्का तेजी से नहीं लेकिन थोड़ा ब्लड शुगर बढ़ा सकता है। इसका कारण है इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI), जो मीडियम श्रेणी में आता है। GI बताता है कि खाना खाने के बाद कितनी जल्दी ब्लड शुगर बढ़ती है। मुनक्का का GI लगभग 64 है, जो मीडियम है। इसका मतलब है कि यह ब्लड शुगर को तेज़ी से तो नहीं बढ़ाएगा, लेकिन बढ़ाएगा ज़रूर। हालांकि, ब्लड शुगर के लिए सिर्फ GI ही मायने नहीं रखता, बल्कि खाने की मात्रा भी अहम है।

3) कितना खाएं:

भले ही मुनक्का के कई फायदे हैं,  लेकिन शुगर मरीज को ध्यान रखना चाहिए कि एक बार में कितनी मात्रा में मुनक्का खाना है? मुनक्का में नेचुरल शुगर ज़्यादा होती है, इसलिए इसे ज़्यादा मात्रा में खाने से ब्लड शुगर ज़्यादा बढ़ सकता है। इसलिए, अगर आपको डायबिटीज़ है या आप अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो मुनक्का ज़रूर खा सकते हैं, लेकिन थोड़ी मात्रा में।

4) ब्लड शुगर की जांच:

मधुमेह वाले लोगों को अपने ब्लड शुगर के स्तर की नियमित रूप से जांच करनी चाहिए। खासकर जब अपनी डाइट में नए खाद्य पदार्थ शामिल कर रहे हों। इससे पता लगता है कि खाद्य पदार्थों का ब्लड शुगर लेवल पर क्या असर पड़ रहा है?

5) व्यक्तिगत प्रतिक्रिया:

खान-पान को लेकर हर इंसान का शरीर अलग तरह से प्रतिक्रिया देता है।  मधुमेह वाले कुछ लोगों को यह लग सकता है कि मुनक्का का उनके ब्लड शुगर के लेवल पर कम प्रभाव पड़ रहा है। जबकि किसी और के लिए ये दूसरी तरह से असर डाल सकता है, इसीलिए डॉक्टर सलाह से ही इसे डाइट में शामिल करें।

शुगर के मरीज अपनी डाइट में कोई भी बदलाव करने से पहले एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इसके बाद ही मुनक्का या कोई और खान-पान की चीज डाइट में जोड़ें।

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शुगर में मुनक्का कब नहीं खाएं? – Munakka Cautions for Diabetes in Hindi

शुगर में मुनक्का कब नहीं खाएं? - Munakka Cautions for Diabetes in Hindi

शुगर के मरीजों में कुछ स्थितियों में मुनक्का खाना नुकसान भी करता है। मुनक्का को फायदे के लिए खाने से पहले शुगर मरीज को अपनी स्थिति जान लेनी चाहिए। इन स्थितियों में शुगर मरीज को मुनक्का कम या नहीं ही खाना चाहिए-

1) अनियंत्रित ब्लड शुगर लेवल:

अगर आपका ब्लड शुगर लगातार बढ़ा रहता है, तो मुनक्का के सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए। ज़्यादा मुनक्का खाने से ब्लड शुगर और बढ़ सकता है, क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर काफी मात्रा में होती है।

2) दूसरी बीमारियों में खतरनाक:

अगर आपको मोटापा, हार्ट की बीमारी या कोई दूसरी बीमारी है, तो आपको कुल शुगर इनटेक पर और ज़्यादा ध्यान देना चाहिए। ऐसे मामलों में डॉक्टर से सलाह लेकर अपने लिए डाइट चार्ट बनवाएं।

3) दांतों की देखभाल:

मुनक्का चिपचिपा होता है और दांतों में लग जाता है, जिससे दांतों की समस्याएं हो सकती हैं। डायबिटीज़ वालों को पहले से ही दांतों की समस्या का ज़्यादा खतरा होता है, इसलिए उन्हें अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखनी चाहिए और चिपचिपे फलों से थोड़ा सावधान रहना चाहिए।

4) वज़न कम करने में नुकसान:

अगर आप डायबिटीज़ के साथ वज़न कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको मुनक्का में मौजूद कैलोरीज़ का ध्यान रखना चाहिए। इसमें ज़रूरी पौष्टिक तत्व होते हैं, लेकिन यह आपकी कुल कैलोरीज़ बढ़ा सकता है।

5) दवाइयों के समय का हिसाब:

कुछ डायबिटीज़ वाले लोग खाने के साथ या खाने के कुछ समय बाद दवाइयां या इंसुलिन लेते हैं। इसलिए मुनक्का खाने का समय भी दवाइयों के हिसाब से तय करना चाहिए, ताकि ब्लड शुगर कंट्रोल में रहे।

मुनक्का खाने की आदत डालने से पहले या अपनी डाइट में बदलाव करने से पहले, शुगर मरीजों को डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह लेनी चाहिए।

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निष्कर्ष

मुनक्का पोषक तत्वों से भरपूर मेवा है। इससे शुगर के मरीजों को कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, लेकिन इसे सीमित मात्रा में और सावधानी के साथ ही खाना चाहिए। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो डायबिटीज मरीजों को ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें नेचुरल शुगर भी काफी मात्रा में पाई जाती है, जो शुगर मरीजों को नुकसान भी पहुंचा सकती है। इसीलिए जब भी शुगर मरीज मुनक्का को अपनी डाइट में शामिल करना चाहें, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। डॉक्टर आपकी स्थिति को देखते हुए सलाह देते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

क्या मुनक्का मोटापा बढ़ा सकता है?

किसी भी खाने की तरह, ज्यादा मुनक्का खाने से वजन बढ़ सकता है। इसमें नेचुरल शुगर के साथ एक्सट्रा कैलोरी भी होती हैं। हालांकि इसे खाने से भूख कम लगती है, तो अगर सही मात्रा में खाया जाए तो इससे वजन कम करने में मदद मिलती है। लेकिन अगर इसे ज्यादा खाया जाए तो एकस्ट्रा कैलोरी की वजह से मोटापा बढ़ सकता है।

शुगर में मुनक्का कैसे खाना चाहिए?

शुगर में सही मात्रा में मुनक्का खाने से कई फायदे होते हैं। मुनक्का को अकेले न खाएं। इसे कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाने के साथ मिलाएं, जैसे दही, सलाद या सब्जियां। साथ ही इसे खाने के बाद  अपना ब्लड शुगर जरूर चेक करें। इससे पता चलेगा कि ये आपके लिए कितना ठीक है। अगर कोई और बीमारी है या दवाइयां ले रहे हैं, तो मुनक्का खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

मुनक्का का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कितना है?

मुनक्का का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मीडियम होता है। GI बताता है कि खाना खाने के बाद कितनी जल्दी ब्लड शुगर बढ़ती है। मुनक्का का GI लगभग 64 है, जो मीडियम है। इसका मतलब है कि यह ब्लड शुगर को तेज़ी से तो नहीं बढ़ाएगा, लेकिन बढ़ाएगा ज़रूर। इसलिए थोड़ी मात्रा में ही इसे खाना चाहिए। हालांकि डॉक्टर की सलाह के साथ लेने पर ये शुगर मरीजों को फायदा ही करता है।

शुगर में मुनक्का खा सकते हैं?

मुनक्का में कई पोषक तत्व होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो मुनक्का को डायबिटीज मरीजों के लिए भी फायदेमंद बनाते हैं। लेकिन इसमें नेचुरल शुगर होने के चलते ये डायबिटीज बढ़ा सकता है। ऐसे में शुगर के मरीज मुनक्का खा सकते हैं, लेकिन इसे सही मात्रा में ही लेना चाहिए। साथ ही डॉक्टर की सलाह भी जरूरी है।

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