शुगर में लस्सी पी सकते हैं? – Sugar me Lassi Pi Sakte Hai 

Reviewed By Dietitian: Dt. SEEMA GOEL (Senior Dietitian, 25 Years of Experience) अप्रैल 13, 2024

Last updated on मई 3rd, 2024

लस्सी एक स्वादिष्ट और पेट के लिए अच्छी भारतीय ड्रिंक मानी जाती है, लेकिन सवाल ये है कि क्या डायबिटीज वाले लोग लस्सी पी सकते हैं या नहीं? वैसे तो डायबिटीज वाले लोगों को मीठा कम खाने की सलाह दी जाती है, इसलिए वो सोचते हैं कि क्या लस्सी उनके लिए ठीक है या नहीं? आइए इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि डायबिटीज़ में लस्सी पीना ठीक है या नहीं। इस ब्लॉग में हम लस्सी के पोषण, फायदों, नुकसान (risks) और लस्सी को कम मात्रा में पीने के तरीकों के बारे में जानेंगे।

Table of Contents

लस्सी का ब्लड शुगर लेवल पर क्या असर होता है?

लस्सी ब्लड शुगर लेवल को कैसे प्रभावित करती है, यह कई चीज़ों पर निर्भर करता है, जैसे लस्सी किस चीज़ से बनी है, उसमें क्या मिलाया गया है और आपका शरीर कैसे खाना पचाता है। आइए देखें कि लस्सी ब्लड की शुगर को कैसे प्रभावित कर सकती है:

मीठी लस्सी (Sweet Lassi):

  • लस्सी में पारंपरिक रूप से चीनी मिलाई गई है तो इससे ब्लड का शुगर तेज़ी से बढ़ सकता है, खासकर डायबिटीज़ या इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले लोगों में।
  • मीठी लस्सी में ज़्यादा चीनी होने की वजह से शुगर लेवल अचानक से बढ़ सकता है, इसलिए डायबिटीज़ वालों को लस्सी पीने से पहले और बाद में शुगर लेवल को ज़रूर जांचना चाहिए।

बिना मीठी लस्सी (Unsweetened Lassi):

  • बिना मीठी लस्सी, जिसमें कोई चीनी ना मिलाई गई हो, वो मीठी लस्सी के मुकाबले ब्लड के शुगर पर कम असर डालती है।
  • यह उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प है जो लस्सी का मज़ा लेना चाहते हैं लेकिन कम से कम चीनी का सेवन करना चाहते हैं और अपना ब्लड का शुगर कंट्रोल में रखना चाहते हैं।

लो-कार्ब लस्सी (Low-Carb Lassi):

  • कम कार्ब वाले पदार्थों या शुगर के विकल्पों से बनी लस्सी उन लोगों के लिए अच्छी हो सकती है जो अपने कार्ब का सेवन कम रख रहे हैं या लो-ग्लाइसेमिक डाइट फॉलो कर रहे हैं।
  • स्वाद बिगड़े बिना लस्सी में चीनी की मात्रा कम करने के लिए कृत्रिम स्वीटनर, स्टीविया या एरिथ्रिटॉल जैसी चीज़ों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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प्रोबायोटिक्स और फाइबर (Probiotic and Fiber Content):

  • दही में पाए जाने वाले लाइव कल्चर की वजह से लस्सी में प्रोबायोटिक्स होते हैं। ये पाचन क्रिया को दुरुस्त रख कर ब्लड के शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
  • अगर लस्सी में फाइबर वाले पदार्थ जैसे कुछ फल या बीज (चिया या अलसी के बीज) डाले गए हों, तो ये शुगर के शरीर में जाने की रफ्तार को धीमा कर सकते हैं और ब्लड के शुगर को संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं।

मात्रा और संतुलन (Portion Size and Moderation):

  • लस्सी को सीमित मात्रा में पीना और एक बार में बहुत ना पीना ब्लड के शुगर को अचानक से बढ़ने से रोक सकता है।
  • आप कम मात्रा में लस्सी पी सकते हैं या फिर पानी मिलाकर इसे पतला कर सकते हैं ताकि आप इसका मज़ा ले सकें और साथ ही ब्लड का शुगर भी संतुलित रहे।

शरीर का रिस्पांस (Individual Response):

  • हर किसी के शरीर पर लस्सी का अलग-अलग असर हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका शरीर इंसुलिन को कितना इस्तेमाल कर सकता है (insulin sensitivity), आपकी पूरी डाइट कैसी है, आप कितनी शारीरिक गतिविधि करते हैं और आप कौनसी दवाइयां ले रहे हैं।
  • लस्सी पीने से पहले और बाद में ब्लड का शुगर जांचने से यह पता चल सकता है कि लस्सी पीने से आपका शुगर लेवल कैसे प्रभावित होता है।

लस्सी ब्लड के शुगर को कैसे प्रभावित करेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसमें कितनी चीनी है, उसमें कौन-से कार्ब वाले पदार्थ हैं, उसमें प्रोबायोटिक्स हैं या नहीं और आप कितनी मात्रा में लस्सी पी रहे हैं। बिना मीठी या लो-कार्ब लस्सी चुनना, सीमित मात्रा में पीना और अपनी पूरी डाइट का ध्यान रखना उन लोगों के लिए ज़रूरी है जो डायबिटीज़ को कंट्रोल में रखना चाहते हैं या ब्लड का शुगर संतुलित रखना चाहते हैं।

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डायबिटीज़ के अनुकूल लस्सी रेसिपी – Diabetes-friendly Lassi Recipes in Hindi

ये खास लस्सी रेसिपी डायबिटीज़ वालों के लिए बनाई गई हैं जिनमें कम चीनी होती है और साथ ही पौष्टिक चीज़ें भी डाली गई हैं ताकि ब्लड का शुगर कंट्रोल में रहे।

 बेरी योगर्ट लस्सी (Berry Yogurt Lassi)

सामग्री (Ingredients):

  • 1 कप सादा ग्रीक योगर्ट (बिना मीठा)
  • 1/2 कप मिश्रित बेरीज (जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी या रास्पबेरी)
  • 1/2 छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर
  • 1 बड़ा चम्मच चिया के बीज
  • बर्फ के टुकड़े

बनाने की विधि (Instructions):

  • एक ब्लेंडर में ग्रीक योगर्ट, मिश्रित बेरीज, दालचीनी पाउडर और चिया सीड्स डालें।
  • इसे तब तक ब्लेंड करें जब तक ये स्मूथ और क्रीमी ना हो जाए।
  • ठंडी लस्सी के लिए आप चाहें तो बर्फ के टुकड़े भी डाल सकते हैं।
  • गिलास में डालें और ऊपर से थोड़ी दालचीनी या ताज़ी बेरीज डालकर सजाएं।

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 स्पाइस्ड बादाम लस्सी (Spiced Almond Lassi)

सामग्री (Ingredients):

  • 1 कप बिना मीठा बादाम का दूध
  • 1/2 कप सादा योगर्ट (लो-फैट या ग्रीक)
  • 1/4 छोटा चम्मच पिसी हुई इलायची
  • 1/4 छोटा चम्मच पिसी हुई अदरक
  • 1 बड़ा चम्मच बादाम का मक्खन
  • स्वादानुसार स्टीविया या एरिथ्रिटॉल
  • बर्फ के टुकड़े

बनाने की विधि (Instructions):

  • एक ब्लेंडर में बादाम का दूध, सादा दही, पिसी इलायची, पिसी अदरक, बादाम का मक्खन और अगर इस्तेमाल कर रहे हैं तो स्वीटनर डालें।
  • इसे तब तक ब्लेंड करें जब तक ये स्मूथ और क्रीमी ना हो जाए।
  • ज़्यादा ठंडी लस्सी के लिए आप चाहें तो बर्फ के टुकड़े भी डाल सकते हैं।
  • गिलास में डालें और ऊपर से थोड़ी सी पिसी हुई इलायची डालकर सजाएं।

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खीरा पुदीना लस्सी (Cucumber Mint Lassi)

सामग्री (Ingredients):

  • 1 कप सादा दही (बिना मीठा)
  • 1/2 कप कटा हुआ खीरा (छिला हुआ और बीज निकाले हुए)
  • 1 बड़ा चम्मच ताज़ी पुदीने की पत्तियां
  • 1/4 छोटा चम्मच जीरा पाउडर
  • स्वादानुसार नमक
  • बर्फ के टुकड़े

बनाने की विधि (Instructions):

  • एक ब्लेंडर में सादा दही, कटा हुआ खीरा, ताज़ी पुदीने की पत्तियां, जीरा पाउडर और नमक डालें।
  • इसे तब तक ब्लेंड करें जब तक कि सभी सामग्री अच्छे से मिल न जाएं और लस्सी स्मूथ हो जाए।
  • ज़्यादा ठंडी लस्सी के लिए आप चाहें तो बर्फ के टुकड़े भी डाल सकते हैं।
  • गिलास में डालें और पुदीने की टहनी से सजाकर सर्व करें।

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डायबिटीज़ के अनुकूल एवोकाडो पालक लस्सी

सामग्री (Ingredients):

  • आधा पका हुआ एवोकाडो
  • 1 कप ताज़ी पालक की पत्तियां
  • 1 कप सादा दही (बिना मीठा)
  • आधा नींबू का रस
  • स्वादानुसार स्टीविया या एरिथ्रिटॉल (optional)
  • बर्फ के टुकड़े (optional)

बनाने की विधि (Instructions):

  • एक ब्लेंडर में पका हुआ एवोकाडो, ताज़ी पालक की पत्तियां, सादा दही, नींबू का रस और अगर इस्तेमाल कर रहे हैं तो स्वीटनर डाल दें।
  • इसे तब तक ब्लेंड करें जब तक यह मुलायम और क्रीमी न हो जाए।
  • ज़्यादा ठंडी लस्सी के लिए आप चाहें तो बर्फ के टुकड़े भी डाल सकते हैं।
  • गिलास में डालें और नींबू के टुकड़े से सजाकर सर्व करें।

ये लस्सी की रेसिपी स्वाद, पोषण, और कम चीनी की मात्रा के बीच संतुलन बनाती है, जो उन लोगों के लिए उपयुक्त विकल्प है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हुए एक रिफ्रेशिंग पेय का आनंद लेना चाहते हैं। अपने स्वाद और डाइट की ज़रूरत के हिसाब से मिठास को कम या ज़्यादा कर सकते हैं।

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डायबिटीज में लस्सी पीते हुए किन बातों का ध्यान रखें?

lassi pine ke fayde aur nuksan -

डायबिटीज़ में ब्लड का शुगर कंट्रोल में रखने के लिए लस्सी पीते समय कुछ जोखिमों और बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:

  • चीनी की मात्रा (Sugar Content): मीठी लस्सी में बहुत ज़्यादा चीनी हो सकती है, जिससे ब्लड का शुगर तेज़ी से बढ़ सकता है। डायबिटीज़ वाले लोगों को मीठी ना वाली या कम चीनी वाली लस्सी चुननी चाहिए ताकि हाइपरग्लाइसीमिया (high blood sugar) का खतरा कम हो।
  • कार्ब्स की मात्रा (Carbohydrate Load): फलों या मीठे वाले पदार्थों वाली लस्सी आप दिनभर में जितने कार्ब्स खाते हैं, उस मात्रा को बढ़ा सकती है। डायबिटीज़ में ब्लड का शुगर कंट्रोल करने के लिए कार्ब्स पर ध्यान देना ज़रूरी है, इसलिए कम कार्ब वाली लस्सी चुनें।
  • कैलोरी की मात्रा (Calorie Density): लस्सी में ज़्यादा कैलोरी हो सकती है, खासकर अगर इसे फुल क्रीम दूध या क्रीम जैसी चीज़ों के साथ बनाया जाए। ज़्यादा कैलोरी खाने से वजन बढ़ सकता है, जिससे इंसुलिन की संवेदनशीलता (insulin sensitivity) और ब्लड का शुगर कंट्रोल प्रभावित हो सकता है।
  • मात्रा (Portion Size): खासकर डायबिटीज़ वालों के लिए लस्सी ज़्यादा मात्रा में ना पीना ज़रूरी है। कम मात्रा में लस्सी पीने से कैलोरी और कार्ब्स की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद मिलती है, जो ब्लड के शुगर को संतुलित रखने में मदद करता है।
  • ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index – GI): लस्सी में कुछ चीज़ें, जैसे फल या मीठे वाले पदार्थ, ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) बढ़ा सकते हैं। कम GI वाली चीज़ों को चुनने से ब्लड के शुगर पर कम असर पड़ेगा।
  • कृत्रिम स्वीटनर (Artificial Sweeteners): कृत्रिम स्वीटनर भले ही लस्सी में चीनी की मात्रा कम कर दें, लेकिन ये हर किसी के लिए सही नहीं होते। कुछ लोगों को इनसे पेट की समस्या हो सकती है या फिर लंबे समय में सेहत को नुकसान पहुंचने का डर रहता है। कृत्रिम स्वीटनर इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
  • दवाइयों पर असर (Impact on Medication): ज़्यादा मीठी या ज़्यादा कार्ब वाली लस्सी खाने से ब्लड का शुगर प्रभावित हो सकता है, जिसकी वजह से डायबिटीज़ की दवाइयों या इंसुलिन की मात्रा में बदलाव करना पड़ सकता है। सही सलाह के लिए डॉक्टर से बात करें।
  • एलर्जी और संवेदनशीलता (Allergies and Sensitivities): लैक्टोज़ इनटॉलरेंस या दूध से एलर्जी वालों को लस्सी की जगह लैक्टोज़-फ्री या पौधों से बने विकल्प चुनने चाहिए ताकि पेट की समस्या ना हो।
  • हाइड्रेशन (Hydration): नमकीन या मसाले वाली लस्सी शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में मदद कर सकती है। अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहना सेहत के लिए ज़रूरी है, लेकिन ज़्यादा तरल पदार्थ पीने से बचना चाहिए, खासकर किडनी की बीमारी जैसी कुछ बीमारियों में।
  • आहार का संतुलन (Overall Dietary Balance): लस्सी को पोषक तत्वों से भरपूर विभिन्न खाद्य पदार्थों वाले संतुलित आहार के साथ ही खाना चाहिए। कम फैट वाला प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और साबुत अनाज वाली चीज़ों को लस्सी के साथ खाने से पोषण का संतुलन बना रहता है और ब्लड का शुगर भी कंट्रोल में रहता है।

इन बातों का ध्यान रखने और सही चुनाव करने से, डायबिटीज़ वाले लोग संतुलित आहार के साथ सीमित मात्रा में लस्सी का मज़ा ले सकते हैं और साथ ही अपना ब्लड का शुगर और सेहत भी अच्छी रख सकते हैं। कोई भी फैसला करने से पहले डॉक्टर या किसी डाइट विशेषज्ञ (registered dietitian) से सलाह लें। वो आपको बताएंगे कि आप अपनी डायबिटीज़ को कंट्रोल करने के प्लान में लस्सी को कैसे सुरक्षित रूप से शामिल कर सकते हैं।

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निष्कर्ष 

डायबिटीज़ वाले लोग भी लस्सी का मज़ा ले सकते हैं, बस इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि लस्सी में क्या पोषण है, आप कितनी मात्रा में पी रहे हैं और आपकी पूरी डाइट कैसी है। सही चुनाव करके और सीमित मात्रा में पीने से डायबिटीज़ वाले लोग भी लस्सी के स्वाद और फायदों का आनंद ले सकते हैं। 

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

क्या लस्सी ब्लड के शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है?

कम चीनी वाली सामग्री, प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही और फाइबर वाले पदार्थ (जैसे चिया सीड्स) वाली लस्सी ब्लड के शुगर को कंट्रोल करने और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद कर सकती है। अपनी डाइट में कोई भी बदलाव करने से पहले, जिसमें लस्सी को शामिल करना भी शामिल है, अपने डॉक्टर या किसी डाइट विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर करें। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आपकी डायबिटीज़ को कंट्रोल करने की योजना के अनुसार है।

क्या लस्सी में कोई ऐसी चीज़ है जिसे डायबिटीज़ में नहीं खाना चाहिए?

कुछ चीज़ों का सेवन सीमित मात्रा में करें या बिल्कुल ना करें। इनमें शामिल हैं – अतिरिक्त चीनी, फुल-फैट दूध (कम फैट या बिना फैट वाला दूध इस्तेमाल करें), और ज़्यादा मात्रा में मीठे फल या स्वीटनर। बिना मीठे दही, कम चीनी वाले फलों या स्वाद के लिए चीज़ों का इस्तेमाल करें और कृत्रिम स्वीटनर या स्टीविया या एरिथ्रिटॉल जैसे प्राकृतिक स्वीटनर डालने पर विचार करें।

कौन-सी लस्सी डायबिटीज़ के अनुकूल होती है?

बिना मीठी लस्सी, कृत्रिम स्वीटनर वाली लस्सी या फिर कम कार्ब वाले पदार्थों जैसे बेरीज, मेवा या बीजों वाली लस्सी डायबिटीज़ के अनुकूल मानी जाती है। फल लस्सी में स्वाद और पोषण तो बढ़ाते हैं, लेकिन फलों में प्राकृतिक रूप से मौजूद चीनी का भी ध्यान रखना ज़रूरी है। कम चीनी वाले फल जैसे बेरीज चुनें और उनकी मात्रा भी कम रखें ताकि कार्ब का सेवन नियंत्रित रहे।

क्या मुझे डायबिटीज़ होने पर लस्सी पी सकते हैं?

जी हाँ, अगर आपको डायबिटीज़ है तो आप लस्सी पी सकते हैं। लेकिन, ज़रूरी है कि आप कम चीनी वाली लस्सी पिएं या फिर शुगर के विकल्पों का इस्तेमाल करें ताकि ब्लड के शुगर पर असर कम हो। मीठी लस्सी में ज़्यादा चीनी होने की वजह से ब्लड का शुगर अचानक से बढ़ सकता है। इसलिए बिना मीठी या कम चीनी वाली लस्सी चुनना और पीने से पहले और बाद में ब्लड का शुगर जांचना ज़्यादा अच्छा रहता है।

Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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