डायबिटीज और धूम्रपान: जानिये जरुरी बातें 

Last updated on सितम्बर 7th, 2023

धूम्रपान, तंबाकू या अल्कोहॉल किसी भी तरह की आदत शरीर के लिए नुकसानदेह होती है। ऐसे में किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को इन सभी प्रकार के नशों से दूर रहना चाहिए। यदि आप धूम्रपान या स्मोकिंग करते हैं, तो आपको टाइप 2 डायबिटीज़ (टी2डी) होने की अधिक संभावना है। वास्तव में, धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति की तुलना में यह संभावना 30% -40% बढ़ जाती है। यदि आपको पहले से ही डायबिटीज़ है, तो धूम्रपान की वजह से ब्लड शुगर को नियंत्रित करना कठिन  हो सकता है। यह आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है। आइए इस ब्लॉग में जानें कैसे धूम्रपान या स्मोकिंग डायबिटीज़ का कारण बन सकता है और कैसे ये आपको नुकसान पहुंचाता है।

एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए के लिए आप जो सबसे अच्छी चीजें कर सकते हैं, उनमें से एक है धूम्रपान छोड़ना। लेकिन अधिकांश इस आदत को छोड़ पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आपको अपने दोस्तों, परिवार या ऑनलाइन कम्युनिटी की सहायता की ज़रूरत होती है। इसके अलावा आप डॉक्टर से भी परामर्श ले सकते हैं। वह कई तरीकों व ट्रीटमेंट से भी आपकी मदद कर सकते हैं।

धूम्रपान कैसे डायबिटीज़ का कारण बन सकता है?

धूम्रपान या स्मोकिंग टाइप 2 डायबीटीज़ के कारणों में से एक कारण है। जो लोग सिगरेट पीते हैं उनमें धूम्रपान न करने वाले लोगों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज़ होने की संभावना 30%-40% अधिक होती है। इसके अलावा धूम्रपान वाले व्यक्तियों को डायबिटीज़ मेनेजमेंट व इंसुलिन डोज़ को निर्धारित करने में भी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आप जितनी अधिक सिगरेट पीते हैं, टाइप 2 डायबिटीज़ के लिए आपका जोखिम उतना ही अधिक होता है।

अध्ययनों से पता चलता है कि सिगरेट में मौजूद सक्रिय रसायन निकोटीन ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। यह डायबिटीज़ से संबंधित कई तरीकों से आपके शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है।

इंसुलिन प्रतिरोध या इंसुलिन रेज़िस्टेंस

निकोटिन आपकी कोशिकाओं के लिए इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया करना मुश्किल बना देता है। इंसुलिन वह हार्मोन है जो आपके शरीर को ब्लड शुगर का उपयोग करने में मदद करता है। ऐसे में जब कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति रिएक्ट नहीं कर पाती तो शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाते हैं जो डायबिटीज़ का कारण बनते हैं।

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इंफ़्लेमेशन

सिगरेट में मौजूद रसायन शरीर की कोशिकाओं या सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे इंफ़्लेमेशन हो सकती है। इस इंफ़्लेमेशन की वजह से शरीर खुद को रिपेयर करता है। इस तरह का यह नुकसान शरीर को अंततः इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग नहीं करने देता और आपके ब्लड में शुगर लेवल बढ़ जाते हैं।

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पेट की चर्बी या बेली फैट

यदि आप अत्यधिक धूम्रपान करते हैं, तो आपके शरीर का बीच वाला भाग मोटा होने लगता है। अगर आप पतले भी हैं तो भी इस हिस्से में फैट बढ़ने से आपका बेली फैट बढ़ जाता है। पेट वाले हिस्से में जमा हुआ यह फैट या वसा आपके इंसुलिन रेज़िस्टेंस और टाइप 2 डायबिटीज़ की संभावना को बढ़ा सकता है।

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अन्य स्वास्थ्य समस्याएं:

इन कारणों के अलावा कई अन्य वजहें है जिससे स्मोकिंग आपके डायबिटीज़ के खतरे को बढ़ा सकती है। स्मोकिंग या धूम्रपान से आपका “खराब” एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है और “अच्छा” एचडीएल कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है। धूम्रपान आपके ट्राइग्लिसराइड्स लेवल को भी बढ़ाता है जो रक्त में पाए जाने वाले वसा के प्रकार हैं। उच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का टाइप 2 डायबिटीज़ से गहरा संबंध है।

सिगरेट पीने और टाइप 2 डायबिटीज़ के बीच एक मज़बूत संबंध है। कई अध्ययन यह बताते हैं कि स्मोकिंग से डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है लेकिन केवल स्मोकिंग अकेले डायबिटीज़ का कारण बन सकती है, यह कहना मुश्किल है। स्मोकिंग के साथ कई अन्य कारण होते है जो टाइप 2 डायबिटीज़ के विकास में भूमिका निभाते हैं। इन कारणों में शामिल हैं:

  • तनाव या स्ट्रेस
  • मोटापा
  • डायबिटीज़ का पारिवारिक इतिहास
  • व्यायाम की कमी
  • स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे हाई ब्लड प्रेशर
  • पोस्ट कोविड साइड इफ़ेक्ट्स

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धूम्रपान से जुड़े जोखिम (रिस्क)

धूम्रपान कई प्रकार से शरीर को नुकसान पहुंचाता है। यह अनेक अंगों को प्रभावित करता है। यह लंग्स और दिल दोनों को काफ़ी नुकसान पहुंचाता है। स्मोकिंग से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों में शामिल है:

  • कोशिकाओं (सेल्स) और ऊतकों (टीशयुस) को नुकसान पहुंचाना
  • इंफ़्लेमेशन के जोखिम को बढ़ाना
  • फ्री रेडिकल्स या मुक्त कणों को सक्रिय कर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सेल डेमेज का कारण बनना
  • इम्यून सिस्टम से जुड़ी समस्याएं होना
  • लिपिड प्रोफाइल में परिवर्तन करना
  • श्वसन और अन्य संक्रमणों का हाई रिस्क होना
  • हृदय रोग, दिल का दौरा और स्ट्रोक का उच्च जोखिम होना

ये सभी जोखिम डायबिटीज़ के लक्षणों और जटिलताओं को और बिगाड़ सकते हैं। जिन लोगों को डायबिटीज़ है वे संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, और ऐसे लोगों में संक्रमण जल्दी व गंभीर हो सकता है। इसके अलावा, धूम्रपान और डायबिटीज़ दोनों खराब परिसंचरण का कारण बन सकते हैं।

वे पैर के छालों, ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं, श्वसन संक्रमण और अन्य संक्रमणों के जोखिम को भी बढ़ाते हैं जिनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं और कई बार यह जान के लिए खतरा बन सकते हैं।

2008 के एक अध्ययन से पता चलता है कि अत्यधिक धूम्रपान करने से ग्लूकोज असहिष्णुता और पेट की चर्बी के जमा होने का खतरा बढ़ सकता है, ये दोनों ही डायबिटीज़ के रिस्क और मुख्य कारणों में से एक हैं।

2016 के एक और अध्ययन से पता चलता है कि धूम्रपान और इंसुलिन प्रतिरोध के बीच सीधा संबंध नहीं है, कई और कारण स्मोकिंग के साथ मिल कर डायबिटीज़ के विकास को बढ़ावा दे सकते हैं।

इसका सीधा संबंध हो या ना हो फिर भी, धूम्रपान और डायबिटीज़ दोनों ही व्यक्ति के स्वास्थ्य को खराब कर सकते हैं। धूम्रपान छोड़ना या न करना सभी के लिए बेहतर है, चाहे उन्हें डायबिटीज़ हो या न हो।

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपको किस प्रकार का डायबिटीज़ है, धूम्रपान आपके डायबिटीज़ मेनेजमेंट को मुश्किल बना देता है। यदि आपको डायबिटीज़ है और आप धूम्रपान करते हैं, तो आपको डायबिटीज़ से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने की अधिक संभावना है, जिनमें शामिल हैं:

  • दिल की बीमारी
  • किडनी रोग
  • पैरों में खराब ब्लड फ़्लो जिससे संक्रमण, अल्सर और पर काटने जैसी स्थिति पैदा हो सकती है (सर्जरी द्वारा शरीर के अंग को हटाना, जैसे कि पैर की उंगलियां या पैर)।
  • रेटिनोपैथी (एक नेत्र रोग जो अंधापन का कारण बन सकता है)
  • पेरीफेरल न्यूरोपैथी (हाथों और पैरों की क्षतिग्रस्त नसें जो सुन्नता, दर्द, कमजोरी का कारण बनती हैं)
  • नपुंसकता
  • नींद की समस्या: अध्ययनों से पता चलता है कि धूम्रपान करने वालों को क्वालिटी स्लीप नहीं मिलती है। इसकी वजह है कि निकोटीन एक उत्तेजक है जो आपको जगाए रख सकता है। इससे आपको नींद की समस्या हो सकती है।

दूसरी तरफ, जब आप पहली बार धूम्रपान छोड़ते हैं तो आपके लिए नींद आना मुश्किल हो सकता है। अगर आपके साथ ऐसा होता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपको इस समस्या व नींद लाने के कुछ तरीके बताने में आपकी मदद कर सकते हैं।

यदि आपको डायबिटीज़ है और आप धूम्रपान करते हैं, तो धूम्रपान छोड़ने से आपके स्वास्थ्य को तुरंत लाभ होगा। डायबिटीज़ वाले लोग जो स्मोकिंग या धूम्रपान छोड़ते हैं वे अपने ब्लड शुगर लेवल को बेहतर ढंग से मेनेज कर पाते हैं।

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धूम्रपान कैसे छोड़ें?धूम्रपान कैसे छोड़ें?

जब आप पहली बार धूम्रपान बंद करते हैं तो आपके शुगर लेवल व वज़न दोनों बढ़ सकते हैं। लेकिन आपका वज़न बढ़ना स्मोकिंग छोड़ने से होता है इस बारे में कोई प्रमाण नहीं हैं। स्मोकिंग या धूम्रपान छोड़ने से आपके इंसुलिन रेज़िस्टेंस में सुधार होता है और इंसुलिन सेंसीटिविटी बढ़ती है। यदि आपको टाइप 2 डायबिटीज़ नहीं है तो स्मोकिंग या धूम्रपान से इसके होने की अधिक संभावना हो सकती है। इसे छोड़ने के बाद पहले 2 साल में इसके होने की संभावना ज्यादा होती हैं। लेकिन लंबे समय तक इसके बिना रहने पर इसकी संभावना उतनी ही होती है जितनी उस व्यक्ति को जिसने कभी धूम्रपान नहीं किया हो। धूम्रपान करने का कोई सुरक्षित तरीका नहीं है, खासकर डायबिटीज़ के साथ। इसलिए डायबिटीज़ में धूम्रपान करते हुए शुगर मेनेज नहीं की जा सकती। धूम्रपान से होने वाले रिस्क को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है स्मोकिंग को पूरी तरह से एकदम से बंद करना।

फ़िर भी यदि आप इसे छोड़ पाने में असमर्थ हो रहे हैं तो डायबिटीज़ के साथ कुछ तरीके अपना कर आप खतरों को थोड़ा कम कर सकते हैं। हालांकि इसे छोड़ना ही सबसे बेहतर उपाय है लेकिन कुछ तरीके अपनाकर आप कुछ डायबिटीज़ से जुड़े जोखिमों को कम कर सकते हैं:

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सक्रिय जीवन शैली जियें

धूम्रपान करने वाले लोगों में व्यायाम या एक्सर्साइज़ फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। यह ग्लूकोज मेटाबोलिज़्म को भी अच्छा करता है। इसके अलावा एक्टिव लाइफस्टाइल आपके मोटापे के खतरे को कम करती है जो डायबिटीज़ के लिए एक और रिस्क फेक्टर है।

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स्वस्थ भोजन करें

ताज़े फल, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर और वसा, नमक, चीनी और अन्य संसाधित या सिम्पल कार्बोहाइड्रेट में कम आहार खाने से हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है। डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए फाइबर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है।

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ट्रीटमेंट प्लान का पालन करें

मुश्किल से नियंत्रित डायबिटीज़ वाले लोगों मेंजटिलताओं का अनुभव होने की संभावना अधिक होती है। धूम्रपान इन जोखिमों को और बढ़ा देता है। उचित दवाएं लेना और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना इन जोखिमों को कम कर सकता है।

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धूम्रपान कम करें या छोड़ें

धूम्रपान करने के लिए कितनी सिगरेट पीना सुरक्षित है इसकी कोई सुझाई गई संख्या नहीं होती। एक सिगरेट भी आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा है। हालांकि, जो लोग अत्यधिक धूम्रपान करते हैं, उन्हें ज़्यादा स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव होता है। इसलिए इससे बचने के लिए धूम्रपान कम करना या छोड़ना ही सबसे बेहतर है।

धूम्रपान छोड़ने की योजना शुरू करने में आप डॉक्टर की मदद ले सकते हैं। धूम्रपान करने वाले डायबिटीज़ वाले लोगों को जीवनशैली में कोई महत्वपूर्ण बदलाव करने से पहले डॉक्टर से ज़रूर सलाह लेनी चाहिए।

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निष्कर्ष

एक बेहतर स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है कि आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल जियें। इसमें अच्छी डाइट, एक्सर्साइज़, और बेहतर मेंटल हेल्थ शामिल है। ऐसे में अगर आप धूम्रपान या स्मोकिंग करते हैं तो यह आपके शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचाता है। यह हृदय रोग, डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर और कैंसर जैसे कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। स्मोकिंग एक आदत है जो एक बार लगने के बाद छोड़ पाना मुश्किल हो जाता है इसलिए कोशिश करें कि इन आदतों से बचे रहें और एक स्वस्थ जीवन जियें। यदि आप डायबिटीज़ के मरीज़ हैं तो ऐसे में धूम्रपान आपके लिए घातक हो सकता है इसलिए इससे बचें और अपने शुगर लेवल्स को नियंत्रित रखें। यह कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ा कर हृदय रोग के रिस्क को भी बढ़ा सकता है। साथ ही यह लंग कैंसर का कारण भी बन सकता है इसलिए धूम्रपान छोड़ने में अपने परिवार, डॉक्टर और दोस्तों की मदद लें। याद रखें सिगरेट का धुआँ सिर्फ आपके लिए नुकसानदायक नहीं है लेकिन आपके आस पास के लोगों और आपके अपनों के लिए भी नुकसानदेह है। इसे पेसिव स्मोकिंग कहते हैं। इसका धुआँ उनके लंग्स और रेसपिरेट्री सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए अपने और अपनों के लिए धूम्रपान छोड़ें।

सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Questions

क्या धूम्रपान hba1c को प्रभावित करता है?

अध्ययनों से पता चला है कि धूम्रपान डायबिटीज़ के रोगियों में हीमोग्लोबिन A1c के स्तर को बढ़ाता है।

एक दिन में कितनी सिगरेट पीना ठीक है?

चाहे आप एक पैकेट सिगरेट पियें या एक, यह आपकी हेल्थ को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए कितनी सिगरेट आपको नुकसान नहीं पहुंचाएगी उसका उत्तर है ज़ीरो। एक हेल्दी लाइफ के लिए स्मोकिंग जैसे नशे से दूर रहना ही बेहतर है।

 

डायबिटीज़ धूम्रपान को कैसे प्रभावित करता है?

यदि आपको डायबिटीज़ है और आप धूम्रपान करते हैं, तो आपको डायबिटीज़ से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने की अधिक संभावना है, जिनमें शामिल हैं: हृदय रोग, किडनी रोग, एम्प्यूटेशन या पेरों व पेरों की उंगलियों का काटना। इसलिए इन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए जितनी जल्दी हो धूम्रपान छोड़ दें।

 

क्या धूम्रपान छोड़ने से डायबिटीज़ में मदद मिलती है?

सिगरेट छोड़ने के बाद स्वास्थ्य लाभ मिलना तुरंत शुरू हो जाते हैं। जो डायबिटिक लोग धूम्रपान छोड़ देते हैं वह अपने ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर पाते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि धूम्रपान छोड़ने के आठ सप्ताह बाद इंसुलिन ब्लड शुगर लेवल को कम करने में अधिक प्रभावी हो सकता है। जो लोग धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं वे अपने डॉक्टरों से मदद ले सकते हैं।

Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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