रमजान में रोजा और टाइप 1 डायबिटीज को बैलेंस करने के उपाय

रोजा रखने से खाने-पीने में लंबे समय का गैप हो जाता है, ऐसे में बैलेंस डाइट का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है

चुनौती को समझें:  दिन के समय रोजा रखने से ब्लड शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है। रमजान में डायबिटीज को मैनेज करने के लिए खाने का सही प्लान करें।

सहरी के खाने की तैयारी:   पूरे दिन एनर्जी बनाए रखने के लिए जटिल कार्बोहाइड्रेट जैसे साबुत अनाज और फाइबर वाली डाइट लें।

इफ्तार में सही डाइट लें:  तरबूज और खजूर जैसे हाइड्रेटिंग खाने के साथ रोजा तोड़ें, उसके बाद बेलेंस डाइट लें।  सही ब्लड शुगर बनाए रखने के लिए लीन प्रोटीन, सब्जियां और जटिल कार्बोहाइड्रेट डाइट में जोड़ें।

ब्लड शुगर की जांच करें:  खाली पेट और खाने के बाद, नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करें। ब्लड शुगर रीडिंग के आधार पर इंसुलिन की मात्रा को सही करें।

हाइड्रेटेड और एक्टिव रहें:  हाइड्रेटेड रहने के लिए इफ्तार और सहरी के बीच खूब पानी पिएं। पाचन में मदद और ब्लड शुगर को नियमित करने के लिए इफ्तार के बाद हल्की एक्सरसाइज करें।

डॉक्टर से सलाह लें:   रमजान से पहले अपने डॉक्टर या डायबिटीज़ एक्सपर्ट से सलाह लें और डाइट प्लान करें।

खुद की देखभाल को प्राथमिकता दें:   रमज़ान के दौरान तनाव को मैनेज करने के लिए ध्यान, गहरी साँस लेने जैसी तनाव कम करने वाली एक्टिविटी करें