इंसुलिन प्रतिरोध या इंसुलिन रजिस्टेंस क्या होता है?

सेल रजिस्टेंस: कोशिकाएं ग्लूकोज लेने के लिए इंसुलिन के संकेत के प्रति कम प्रतिक्रियाशील हो जाती हैं।

हाई ब्लड शुगर: पर्याप्त इंसुलिन के बावजूद, ब्लड शुगर का लेवल हाई रहता है।

अग्न्याशय की अधिक क्षतिपूर्ति: अग्न्याशय रजिस्टेंस की भरपाई के लिए अधिक इंसुलिन का उत्पादन करता है।

बीटा सेल स्ट्रेन: समय के साथ, अग्न्याशय को बनाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है, जिससे बीटा सेल स्ट्रेन हो सकता है।

टाइप 2 डायबिटीज से लिंक: इंसुलिन रजिस्टेंस टाइप 2 डायबिटीज को बढ़ाता है।

जोखिम भरे कारक: मोटापा, गतिहीन लाइफ स्टाइल और जेनेटिक इंसुलिन रजिस्टेंस में योगदान करते हैं।

लाइफस्टाइल मैनेजमेंट: एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट और वजन कंट्रोल इंसुलिन रजिस्टेंस को मैनेज करने और रोकने में मदद करते हैं।