डायबिटिक रेटिनोपैथी के बारे में जानने योग्य जरूरी बातें

यह क्या है: डायबिटिक रेटिनोपैथी डायबिटीज से जुड़ी एक आंखों की बीमारी है, जो रेटिना को प्रभावित करता है

प्रोग्रेसिव: खराब तरीके से मैनेज किए जाने वाले डायबिटीज के साथ यह समय के साथ बिगड़ता जाता है, जिससे संभावित रूप से अंधापन हो सकता है

जोखिम कारक: हाई ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल रिस्क को बढ़ाते हैं

लक्षण: शुरूआती स्टेज में लक्षण नहीं दिखाई देगा, लेकिन बाद के स्टेज में आंखों की रोशनी धुंधली हो सकती है

नियमित रूप से आंखों की जांच: शुरूआत में ही निदान और प्रभावी ढंग से मैनेज करने के लिए, नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं

कंट्रोल और ट्रीटमेंट: डायबिटीज को मैनेज करने के लिए कंट्रोल बल्ड प्रेशर और हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी है। एडवांस स्टेज में लेजर थेरेपी या इंजेक्शन की आवश्यकता हो सकती है

रोकथाम: ब्लड शुगर को कंट्रोल करें, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और जोखिम को कम करने के लिए नियमित रूप से आंखो के स्पेशलिस्ट से चेक कराएं