रोटी या ब्रैड? डायबिटीज के लिए क्या है बेहतर?

आइए पूरी गेहूं की रोटी और साबुत अनाज की रोटी की तुलना करें, क्योंकि इन्हे सबसे लाभदायक माना जाता है।

ग्लिसेमिक इंडेक्स: साबुत अनाज की ब्रेड की तुलना में पूरी गेहूं की रोटी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। मतलब, रोटी ब्लड शुगर लेवल को जल्दी नहीं बढ़ाती है |

फाइबर कंटेंट: साबुत अनाज की रोटी की तुलना में पूरी गेहूं की रोटी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है।

पोषक तत्व: ब्रेड की तुलना में रोटी में अधिक पोषक तत्व होते हैं, जो डायबिटीज रोगियों के लिए एक लाभदायक है।

इन्सुलिन संवेदनशीलता: डायबिटीज रोगियों में इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने के लिए साबुत गेहूं की रोटी में पर्याप्त पोषक तत्व होते हैं।

वजन नियंत्रण:  रोटी की उच्च फाइबर सामग्री तृप्ति को बढ़ावा देकर और पाचन में सुधार करके वजन नियंत्रण में सहायता करती है।

धीमा पाचन: रोटी में मौजूद फाइबर कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड शुगर को बढ़ने से रोका जा सकता है।

खमीर: सबसे लाभदायक ब्रेड में भी थोड़ा खमीर होता है, जो इसे डायबिटीज रोगियों के लिए असुरक्षित बनाता है।