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हां, दुनिया में कई जग नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेने पर किए गए कई प्रकार के रिसर्च के अनुसार उनके ब्लड शुगर लेवल में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है। जो लोग लगातार डॉक्टर की सलाह से काम कर रहे पीड़ित लोगों ने अपनी डायबिटीज की दवा की डोज को पहले से कम कर लिया …
टाइप दो डायबिटीज की सभी प्रकार की परेशानियों से बचने के लिए शुगर बेस्ड खाद्य पदार्थ(फूड आइटम्स) जैसे सोडा, डिब्बाबंद जूस, स्वीट और डेजर्ट से पूरी तरह से दूरी बना लेनी चाहिए। ये सभी खाने की चीजें हार्ट प्रॉब्लम वाले लोगों और हेल्दी लाइफ जीने के इच्छुक लोगों के लिए भी मना हैं। शहद जैसे नैचुरल …
डायबिटीज मेलिटस की दीर्घकालिक(लॉन्ग-टर्म) परेशानियों में प्रमुख रूप से डायबिटीज की सभी मैक्रोवैस्कुलर और माइक्रोवैस्कुलर समस्याएं शामिल हैं- डायबिटिक रेटिनोपैथी डायबिटिक न्यूरोपैथी डायबिटिक नेफ्रोपैथी हृदय संबंधी बीमारियाँ(कार्डियोवैस्कुलर डिसऑर्डर) स्ट्रोक्स परिधीय संवहनी विकार(पेरीफेरल वैस्कुलर डिसऑर्डर)
टाइप 2 डायबिटीज से जुड़ी परेशानियों के शीर्ष लक्षण हैं बार-बार पेशाब आना (ज्यादा) ज्यादा प्यास ब्लर विजन थकान बार-बार भूख लगना अचानक वजन कम होना टाइप 2 डायबिटीज बिना किसी समस्या के भी होता है, इसलिए ब्लड शुगर पर नज़र रखें। कोशिश करें कि इसे हाई रेंज में न रखें।
डायबिटीज मेलिटस टाइप 2 की शीर्ष 4 गंभीर समस्याएं हैं- डायबिटिक कीटोएसिडोसिस हाइपरग्लेसेमिक हाइपरोस्मोलर नॉनकेटोटिक सिंड्रोम (HHNS) हाइपोग्लाइसीमिया हाइपरग्लेसेमिया डायबिटीज मेलिटस टाइप 2 की इन परेशानियों को तीव्र माना जाता है क्योंकि इसमें तत्काल उपचार की जरूरत होती है और जिन लोगों को पहले कभी ऐसी परेशानी रही है तो उनमें इसका खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज मेलिटस की शीर्ष छह समस्याएं हैं- डायबिटिक रेटिनोपैथी डायबिटिक नेफ्रोपैथी पैर के छाले दिल का दौरा और स्ट्रोक डायबिटिक न्यूरोपैथी मसूड़ों और मुंह के रोग